जनपद के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने वर्चुअल बैठक के माध्यम से किया सीधा संवाद
समस्त नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को चुने जाने पर दी बधाई
गाजियाबाद : जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने आज जनपद के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से वर्चुअल बैठक के माध्यम से सीधा संवाद किया। उन्होंने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों के चुने जाने पर उनको बधाई देते हुए ग्रामों में चल रहे विकास कार्यों को ससमय पूर्ण कराने को कहा। जिलाधिकारी ने सभी नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से कहा कि ग्राम पंचायतों में विकास कार्य की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान और सदस्यों की होती है।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि वह अपने-अपने ग्राम वासियों एवं पूर्व ग्राम प्रधानों को भी साथ लेकर विकास कार्यों में सबका सहयोग अवश्य लें ताकि गांव में विकास तेजी से कराया जा सके। अपने संवाद में जिलाधिकारी ने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से आह्वान किया कि मा0 मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप ग्राम के प्रत्येक नागरिक को सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ पहुंचाएं।
उन्होंने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को ग्राम पंचायत की समितियां और उनके कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक गांव में नियोजन एवं विकास समिति होती है जिसका कार्य ग्राम पंचायत की योजना का निर्माण करना, कृषि, पशुपालन और ग़रीबी उन्मूलन कार्यक्रमों का संचालन करना, निर्माण कार्य समिति जिसका कार्य समस्त निर्माण कार्य करना तथा गुणवत्ता निश्चित करना, शिक्षा समिति जिसका कार्य प्राथमिक शिक्षा, उच्च प्राथमिक शिक्षा, अनौपचारिक शिक्षा तथा साक्षरता आदि सम्बंधी कार्यों को देखना, प्रशासनिक समिति का कार्य ग्राम में कराए जा रहे कार्यों की कमियों-खामियों को देखना, स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति का कार्य चिकित्सा स्वास्थ्य, परिवार कल्याण सम्बंधी कार्य और समाज कल्याण योजनाओं का संचालन, अनुसूचित जाति-जनजाति तथा पिछड़े वर्ग की उन्नति एवं संरक्षण एवं जल प्रबंधन समिति का कार्य राजकीय नलकूपों का संचालन पेयजल सम्बंधी कार्य को देखना होता है।
जिलाधिकारी ने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से अपील करते हुए कहां की अपने संबंधित हेल्थ केयर सेंटर पर रंगाई/पुताई व मरम्मत का निर्माण कार्य शीघ्र करा ले ताकि स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों को हेल्थ केयर सेंटर पर उपलब्ध कराया जा सके जिससे गांव में यदि कोई बीमार होता है तो उसे प्राथमिक उपचार गांव के अंदर ही मिल सके।
उन्होंने कहा कि जो गांव कोरोना मुक्त है, उन गांव में कोरोना जैसी बीमारी न फैले इसको लेकर ग्राम प्रधान निगरानी समितियों के माध्यम से सजगता से कार्य कराए एवं उनकी प्रतिदिन की कार्रवाई रजिस्टर में दर्ज कराएं। उन्होंने कहा कि यदि कोई बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश करता है तो पहले उसका कोरोना टेस्ट कराया जाए, पॉजिटिव आने पर उसको पंचायत भवन में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में रखा जाए एवं उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उसको गांव में प्रवेश की अनुमति दी जाए।