गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने ट्वीटर पर पोस्टर-स्लोगन अभियान के माध्यम से लगाई
जन सागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन द्वारा इस रविवार को भी अभिभावको से पिछले लम्बे समय से बंद होने के बाद भी निजी स्कूलों द्वारा पूरी फीस मांगने के मुद्दे के समाधान के लिए पोस्टर -स्लोगन के माध्यम से बड़ा ट्विटर अभियान चलाया गया वही पिछले रविवार को भी जीपीए द्वारा वीडियो के माध्य्म से आॅनलाइन लाइन क्लास के अनुसार फीस निर्धारण को लेकर ट्वीटर अभियान चलाया गया था जिसमे देश – प्रदेश के अभिभावको ने हिस्सा लिया था यहाँ आपको बताते चले लॉक डाउन के चलते जहाँ किसी भी तरह के प्रत्यक्ष प्रदर्शन पर रोक लगी है वही सोशल मीडिया का सबसे सशक्त माध्य्म में से एक ट्वीटर अभिभावको के लिए आवाज उठाने के लिए बड़ा सहारा बना हुआ है।
इस रविवार को भी बड़ी संख्या में देश प्रदेश के अभिभावको ने जीपीए के ट्वीटर अभियान में हिस्सा लिया और अपने फोटो के साथ फीस मुद्दे के समाधान और शिक्षा के व्यापारीकरण पर रोक को लेकर सन्देश के साथ पोस्टर लगा कर देश के प्रधानमंत्री, विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय शिक्षा मंत्री और भारत के सर्वोच्चतम न्यायालय, बाल विकास संस्थायें एवं मीडिया आदि के ट्विटर हैंडल को टैग करके पोस्ट किया गया। इस बार पेरेंट्स और बच्चों ने अपनी पीड़ा को अभिव्यक्त करते स्लोगन बना कर इस ट्विटर अभियान के माध्य्म से देश के नीतिनिर्धारको तक अपनी आवाज पहुचाने के लिए भरकस प्रयास किया अब देखना यह है कि क्या अभिभवको और बच्चों की गुहार केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार तक पहुचती है या अभी भी सब इस विषय पर पीठ दिखा शिक्षा व्यवसायियों का मू क समर्थन करते रहेंगे। यह भी देखना होगा सरकार पिछले डेढ़ साल से बंद पड़े स्कूलो द्वारा पूरी फीस मांगने का समाधान निकाल पाती है।
अथवा निजी स्कूलों के अभिभावकों को उनके हाल पर छोड़ शिक्षा के बाजारीकरण का ग्रास बनने देती है। जीपीए की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने बताया की पिछले लंबे समय से अभिभावक सरकार तक अपनी पीड़ा पहुँचा रहे है लेकिन सरकार जान कर भी अनजान बनी हुई है और इस गंभीर मुद्दे पर चुप्पी साध कर देश-प्रदेश के निजी स्कूलों को खुला सरक्षण देकर स्कूलो को अभिभावको का शोषण करने की खुली आजादी दी जा रही है जो किसी भी दशा में बर्दाश्त नही की जाएगी वहीं जीपीए के प्रवक्ता विनय कक्कड़ ने बताया जब तक सरकार इस अति आवश्यक मुद्दे का समाधान नही निकालती जीपीए और अभिभावक चुप बैठने वाले नही इस तरह के अभियान लगातार चलाये जाते रहेंगे और अगर समय रहते सरकार नही जगी तो इस पर परिस्थिति नॉर्मल होते ही सड़क पर उतर एक बड़ा महाआंदोलन किया जाएगा हमे उम्मीद है पेरेंट्स की पीड़ा समझते हुये प्रधानमंत्री और शिक्षा मंत्री जी सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों से बैठक कर इसका समाधान ढूंढेंगे। देश के सबसे बड़े प्रदेश त्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तो उम्मीद है कि वह आगे बढ़कर फीस मुद्दे का समाधान निकाल प्रदेश के करोड़ों अभिभावको को राहत देंगे और पूरे देश के लिये एक नया उदहारण प्रस्तुत करेंगे।