जनसागर टुडे : धीरेन्द्र अवाना
नोएडा । समाजवादी पार्टी (सपा) ने जिला प्रशासन से मांग की है कि श्रम विभाग के खाते में जमा रुपये के माध्यम से श्रमिकों की सहायता की जाए। प्रतिमाह श्रमिकों को 7500 हजार रुपये दिए जाए। जिससे कोरोना संक काल में आर्थिक परेशानी का दंश झेल रहे श्रमिक अपना घर खर्च चला सके।
सपा ग्रामीण अध्यक्ष रेशपाल अवाना ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना की पहली लहर में शासन-प्रशासन की ओर से से दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा वाले, खोमचे वाले, रेहड़ी वाले, फेरी वाले, निर्माण कार्य करने वाले को एक हजार रुपये का गुजारा भत्ता दिया गया था।
लेकिन इस बार लॉकडाउन के दौरान शासन-प्रशासन की ओर से दिहाडडी मजदूरों के बारे में कोई सोच नहीं रहा है। ऐसे में दिहाड़ी मजदूर भूखे रहने को मजबूर है। कई बार में तो एक से अधिक लोग है इससे उन्हें परेशानी का सामना कारना पड़ रहा है। गौतमबुद्धनगर श्रम विभाग में मजदूरों के हितों के लिए पैसा जमा है।
अगर इस पैसे में से श्रमिकों को 7500 रुपये प्रति व्यक्ति को भी दिए जाए, तो इसमें कोई दिक्कत नहीं आएगी। क्योंकि यह पैसा श्रमिकों के उत्थान के लिए ही इकट्ठा होता है। इस महामारी को देखकर श्रमिकों के लिए इस योजना को लागू किया जाए। जिससे कोई इस लॉकडाउन में भूखा ना रह सके। प्रवक्ता विनोद कुमार (बिल्लू) ने बताया कि पूरे देश में कोरोना वायरस की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। जिससे लोग काफी डरे हुए है जिसकी वजह से मजदूर अपने कामों पर भी नहीं जा पा रहे है।
जिसकी वजह से पैसे न होने के कारण मजदूर अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे है। कोरोना वायरस की वजह से मंदी के भी आसार साफ दिखाई दे रहे है। कोरोना वायरस के चलते मजदूरों का भी कोई आय का साधन नहीं है। इस इसलिए श्रम विभाग के खाते में जमा रुपये को सीधे लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए जाए। दिहाड़ी मजदूरों को एक लॉकडाउन की अवधि तक निशुल्क राशन भी मुहैया करवाए जाए। जिसे मजदूरों को घर पर किसी तरह की खाने पीने में कोई परेशानी न हो।