बल्कि समाज की परम्परा को भी तार तार किया है अनिल सांवरिया
हम व्यापारी वर्ग शराब की दुकान को खोलने के पुरजोर विरोध करते है : राजू छाबड़ा
जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद : कपड़ा व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल सांवरिया एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव छाबड़ा ने प्रदेश सरकार के साथ-साथ गाजियाबाद प्रशासन से मांग की है कि जब शराब की दुकानें 9:09 बजे तक खुल सकती है तो व्यापारियों की दुकानें क्यों नहीं खुल सकती जबकि गाजियाबाद व्यापारी पूरा तन मन धन से गाजियाबाद प्रशासन के साथ है उनके लॉकडाउन से पहले ही गाजियाबाद के व्यापारियों ने अपने बाजार ओं को बंद करना शुरू कर दिया था अगर व्यापारी प्रशासन या जनता के हित में इतना कार्य कर रहा है
तो प्रशासन में प्रदेश सरकार को व्यापारी के हित में भी कुछ कार्य करना चाहिए इसी क्रम में कपड़ा व्यापार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल सांवरिया ने कहा कि दे दो इलाज, बख्श दो जान हमे नही चाहिए मदिरापान आज से सरकार ने जो शराब की दुकानें खोली है उसका कपड़ा व्यापारी एसोसियेशन पूर्ण विरोध करती है इस बार कोविड् की वजह से जो भयावह माहोल है चारो तरफ से जी अनेक मौत की खबर आ रही है
ऑक्सीजन, अस्पताल, दवाइयों की भयंकर किल्लत है ऐसे में समाज बहुत पहले से ही चाहता था की स्मपूर्ण लोक डाउन लगे परन्तु सरकार ने चुनावी और जाने किन विवशता के कारण सारे देश को विकराल रूप से जान ले रहे कोरोना के मुंह में डाल दिया पुराने समय से समाज की 3 जरूरत प्रमुख जरूरत बताई गई जिनमे पहले रोटी फिर कपड़ा फिर मकान बताया गया इसी दौरान कपड़ा व्यापारी एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजू छाबड़ा छाबड़ा ने भी कहा कि मदिरापान करने वाले छिपकर पीते थे तथा इसे समाज में हमेशा से नफरत की निगाह से देखा गया है
शराब की दुकानों पर लगने वाली भीड़ कोवीड तो फेलाएगी ही साथ ही इस समय की कठिन आर्थिक परिस्थितियों में परिवारों में झगड़े भी पैदा करेगी एक और तो आमदनी के साधन बंद है दूसरी तरफ घर में संचय किया हुआ धन भी शराब में बर्बाद होगा तो परिवारों में झगड़े होंगे महिलाए व मासूम बच्चे भोजन को तरसेंगे।
सरकार ने आज सबसे पहले शराब को खोलकर जनता के जीवन से ही खिलवाड़ ही नहीं बल्कि समाज की परम्परा को भी तार तार किया है हम व्यापारी वर्ग शराब की दुकान को खोलने के पुरजोर विरोध करते है तथा सरकार से मांग करते है की सबसे पहले ज्यादा अस्पताल खोले जाए बड़े स्कूल, होटल आदि को आइसोलेशन सेंटर बना दिया जाए शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति को तुरंत वापिस लेकर जनता के जीवन को बचाने के सार्थक प्रयास किए जाए