जनसागर टुडे : धीरेन्द्र अवाना
नोएडा । गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्ररेट को उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली जब थाना नॉलेज पार्क पुलिस ने रेडमिसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में चार लोगों को बुधवार को गिरफ्तार किया।इनके पास से भारी मात्रा में रेडमिशिवर इंजेक्शन तथा अन्य दवाइयां बरामद हुई है।वही कालाबाजरी करवाने वाले दिल्ली के एम्स अस्पताल में कार्यरत लैब टेक्नीशियन और नोएडा के सीएमओ कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी अभी फरार चल रहे है।
इनके पकड़े जाने के बाद ही पता चल पायेगा कि इस खेल में कौन कौन इनका साथ देता था।अभियुकों की पहचान बुलंदशहर निवासी शुभम गोयल और योगेन्द्र सिंह,ग्रेटर नोएडा निवासी वैभव शर्मा और शिवम शर्मा के रुप में हुयी।वही फरार अभियुक्तों की पहचान सुमित ओर विकास कौशिक के रुप में हुयी।पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) राजेश कुमार सिंह ने बुधवार को बताया कि थाना नॉलेज पार्क पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग कोविड-19 संक्रमण के मरीजों को दी जाने वाली इंजेक्शन रेडमिसिवर व अन्य दवाइयों को सोशल मीडिया के माध्यम से ब्लैक कर रहे हैं।
घटना की सूचना के आधार पर पुलिस ने एक टीम बनाकर आज शुभम गोयल, वैभव शर्मा, शिवम शर्मा तथा योगेंद्र नामक चार लोगों को गिरफ्तार किया।इन लोगों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में रेडिसिवर इंजेक्शन व कोविड-19 से संबंधित दवाइयां बरामद की है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग 30 से 40 हजार लेकर कोविड-19 से संक्रमित मरीजों को रेडमिसिवर की इंजेक्शन ब्लैक में उपलब्ध करा रहे थे,आरोपियों के पास से कुछ नकली दवाइयां भी बरामद की गई है।
पुलिस को आशंका है कि ग्रेटर नोएडा स्थित कुछ अस्पतालों के कर्मचारी व डॉक्टर भी इनसे मिले हुए हैं।पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।सबसे बड़ा यह है कि सीएमओ कार्यालय में तैनात कर्मचारी कभी लाखों रुपये की स्टेशनरी को बेच देते है तो कभी रेडमिसिवर इंजेक्शन की कालाबाजरी करते लेकिन फिर भी विभाग को इसकी भनक नही लगती।