जनसागर टुडे : धीरेन्द्र अवाना
नोएडा । पूरे देश में कोविड महामारी चरम पर है और दिल्ली से सटे गौतमबुध नगर में संक्रमित मरीज़ों का सरकारी व ग़ैर सरकारी अस्पतालों में बुरा हाल है। कहीं कोई ओक्सीजन की कमी से तो कहीं रेमडिसिविर इंजेक्शन की कमी से मरीज़ दम तोड़ रहे हैं।
मरीज़ों के परिजन दर दर की ठोकर खा रहे हैं। पूरे देश भर में डाक्टर,नर्स व पुरा स्टाफ़ अपनी जान पर खेल कर मरीज़ों की जान बचाने में जुटा हुआ है और भगवान के रूप में दिखाई दे रहे हैं।वहीं नोएडा के चिकित्सा अधिकारी सुनने तक को भी तैयार नहीं है और पीड़ितों व मदद के लिए ज़िम्मेदार नागरिकों के फ़ोन तक नहीं उठाते हैं।
समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिली है कि खोड़ा की एक महिला द्वारा अपने बहुत गम्भीर बीमार 24 वर्षीय बेटे के लिए रेमडिसिविर इंजेक्शन के लिए हाथ जोड़ कर रोते हुए गिड़गिड़ाने पर चिकित्सा अधिकारी दीपक ओहरी ने जेल भेजने की धमकी तक दे दी और इंजेक्शन की कमी से उस अहसाय महिला के बेटे की जान चली गयी। जो बहुत ही निंदनीय और इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना है।
इसके ज़िम्मेदार सीएमओ गौतमबुद्धनगर है।भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय महाचिव बेगराज गुर्जर इस घटना का संज्ञान लेते हुए कहा कि, एसी घटनाओं से सभी राजनीतिक व समाजिक संगठन और शहरवासी आहत हैं। जहां आज इस महामारी में मरीज़ों के परिजनों को हिम्मत व ढाँढस बँधाने की ज़रूरत है।वहीं एसे अधिकारी धमकाने व जेल भेजने की धमकी देने का कार्य कर रहे हैं।यह बहुत ही निंदनीय है।
अधिकारियों ने अपने व्यवहार में सुधार नहीं किया तो माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम पत्र लिख कर शिकायत की जाएगी एवं भाकियू भानु के कार्यकर्ता आन्दोलन को मजबूर होंगे।