जनसागर टुडे संवाददाता : धीरेन्द्र अवाना
ग्रेटर नोएडा : जैसे कि आप जानते हैं कि क्या आजकल रेमेडीसीवेर इंजेक्शन की मांग कितनी है हॉस्पिटल में जितने भी पेशेंट्स है उनके अटेंडेंट को हॉस्पिटल द्वारा इंजेक्शन की पूर्ति के लिए यहां वहां भगाया जा रहा है जोकि सरकार की एक बहुत बड़ी कमी है व लोगों को गुमराह होना पड़ रहा है यह आरोप है फ़्लेट ओनर्स एसोसिएशन नेफोमा के सदस्यों का ।
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने कहा है कि इसमें कोई शक नही है कि रेमेडीसीवेर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है, कोरोना महावारी में अधिकारियों द्वारा सारे झूठे आश्वासन दिए जा रहे हैं बेड, इंजेक्शन, वेंटिलेटर होने की झूठी खबरें समाचार पत्रों में प्रकाशित करवाई जा रही हैं जबकि जमीनी हकीकत यह है कि जरूरतमंदों को बेड वेंटिलेटर और ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है, मरीज के परिवार वाले मरीज को लेकर हॉस्पिटल दर हॉस्पिटल भटक रहे है ।
नेफोमा टीम ने जानकारी हासिल की जिसमे गौतमबुध नगर में ईकोटेक 3 में एक फार्मा कंपनी है यूडी सर्जिकल है जहां पर रेमेडीसीवेर इंजेक्शन मिल रहा था लेकिन ड्रग इंस्पेक्टर के अनुमति के बगैर अभी इंजेक्शन पेशेंट के अटेंडेंट को जोकि अपने साथ डॉक्टर का और हॉस्पिटल का पर्चा लेकर उनके पास बड़े उम्मीद से आए थे अब उन्हें यह इंजेक्शन नहीं दिया जा रहा है।
नेफोमा उपाध्यक्ष महावीर ठुस्सु ने आगे बताया जब मेरी फार्मा कंपनी के कंसर्न पर्सन से बात हुई तो उनका कहना था हम तैयार हैं देने के लिए लेकिन ड्रग इंस्पेक्टर के परमिशन पर देंगे जब हमने ड्रग इंस्पेक्टर से बात की तो वह बोले की इंजेक्शन हॉस्पिटल को ही दिया जाएगा किसी भी अटेंडेंट को नहीं दिया जाएगा अब सवाल यह है जब जब इंजेक्शन हॉस्पिटल को मिल रही है फार्मा कंपनी और हॉस्पिटल द्वारा द्वारा अटेंडेंट को बेवजह क्यों परेशान कर रहे हैं ड्रग इंस्पेक्टर आम जनता को आदेश दे सकते है
कि आपको यहां से इंजेक्शन नहीं मिलेगा लेकिन वही ड्रग इंस्पेक्टर हॉस्पिटल को यह नहीं कह सकता की जब आपको दवाई मिल रही है तो आप अटेंडेंट को क्यों परेशान कर रहे हो।नेफोमा महासचिव रश्मि पाण्डेय ने बताया रेमेडीसीवेर इंजेक्शन की तलाश में लोग कोई गुडगांव से कोई फरीदाबाद से कोई दिल्ली से कोई नोएडा से यहां-वहां भटक रहे हैं जिससे कि यह महामारी और फैलती जा रही है कई अटेंडेंट इस महामारी के चपेट में आ गए हैं
सवाल यह भी है कि सरकार सारे कदम आम जनता के विपरीत उठा रही है वही और इन बिजनेस क्लास हॉस्पिटल को मदद कर रही है जोकि सही नहीं है सरकार से अथॉरिटी से ड्रग डिपार्टमेंट से निवेदन है कि कोई भी गाइडलाइन पेशेंट के हित में ही होनी चाहिए आज जो हम सामना कर रहे हैं वह सरकार की कमी दर्शा रही है ।