बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन व घनी आबादी वाले स्थानों पर कोरोना का खतरा- राजेश कुमार
आजमगढ़ : जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर छोटी से छोटी गतिविधियों पर ध्यान देने की जरूरत है | एक बार फिर से कोरोना पॉज़िटिव की संख्या तेजी से बढ़ रही है । दिल्ली, मुंबई एवं अन्य राज्यों में लॉकडाउन एवं आंशिक लॉकडाउन के बाद से लोगों का पलायन शुरू हो गया | इस दौरान रोडवेज बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन व घनी आबादी वाले स्थानों के सार्वजनिक शौचालयों को प्रयोग भी बढ़ा है ।
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों जैसे रोडवेज बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन व घनी आबादी वाले शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले प्रवासियों व स्थानीय लोगों के बढ़ती हुई संख्या के मद्देनजर सफाई कर्मचारियों की संख्या बढाई गई है | साथ ही सभी सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना से बचाव के जन जागरूकता के लिए दिशा-निर्देश जारी किये गए| नगर पालिका परिषद उपनगर आयुक्त/अधिशासी अधिकारी शुभनाथ प्रसाद ने बताया कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप से बचाव के लिए वार्ड 25 में 250 सफाई कर्मचारियों द्वारा फॉगिंग एवं सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जा रहा है । नगर पालिका कर्मचारियों की टीम कोरोना से बचाव के लिए सार्वजनिक शौचालय को प्रतिदिन सैनिटाइज कराया जा रहा है
और आगे भी सैनिटाइजेशन का कार्य जारी रहेगा । कार्य के दौरान उनके साथ नगर पालिका टीम भी मौजूद रहती है। अधिशासी अधिकारी शुभनाथ ने कहा कि नगर पालिका प्रशासन कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई को जीतने में पूरी तरह लग गया है।
रोडवेज, रेलवे स्टेशन के पास बने सार्वजनिक शौचालयों व घनी आबादी, मोहल्लों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रतिदिन शाम को फॉगिंग कराई जा रही है । साथ ही घरों के बाहर निकल रही नालियों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है |रोडवेज व रेलवे स्टेशन पर पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लाउडस्पीकर (पीएएस)द्वारा लोगों को सावधानी बरतने की हिदायत दी जा रही है ।
बाहर सेजिले में आने वालों को और स्थानीय लोगों को सामुदायिक शौचालयोंऔर सार्वजनिक स्नान घरों के स्थानों पर साफ़-सफाई और वहां पर बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक किया जा रहा है |
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डॉ ओमजी श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में कोविड-19 नियमों के पालन के लिए दिशा -निर्देश जारी किए गए हैं | लोगों से अपील की जा रही है कि वह कोविड नियमों के प्रति जागरूक हो, बचाव ही उपचार है | दैनिक गतिविधियों में बदलाव लाने से संक्रमण के खतरा से खुद को व दूसरों को बचाया जा सकता है । सार्वजानिक स्थलों और घरों की सफाई के लिए ब्लीचिंग पाउडर या कीटाणुनाशक का इस्तेमाल कर सकते है।
सार्वजनिक स्थलों पर बनें शौचालय का प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोगों द्वारा इस्तेमाल होने के कारण दरवाजों, कुण्डियों आदि
के जरिये संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है | इसलिए लोगों को खुद भी जागरूक होना होगा और इन स्थानों का प्रयोग करते समय छोटी–छोटी बातों का ख्याल रखना होगा। ताकि सार्वजनिक स्थानों के संक्रमण के प्रभाव से बचा जा सकें |
सार्वजनिक शौचालयों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर दरवाजों को पैरों से खोलें, अगर दरवाजे को खोलते समय व कुंडी लगाने के तुरंत ही हाथों को सेनाटाइज़ करें, जूते/चप्पल पहनकर ही सार्वजानिक शौचालय के अंदर जाएँ | सार्वजानिक शौचालय के इस्तेमाल के समय चेहरा ढका होना चाहिए, मास्क का इस्तेमाल जरूर करें | सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी वस्तु के प्रयोग के तुरंत बाद हाथों को साबुन-पानी से 40 सेकंड तक धुलें । आँख, नाक व मुंह को छूने से बचें, इन स्थानों पर सफाई का विशेष ध्यान रखें | इन स्थलों पर मानव दूरी का पालन जरूर करें |
कोरोना संक्रमण के लक्षण – सांस फूलना या अत्यधिक तेज बुखार होना, सर्दी, ख़ासी होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराएं, क्योंकि जागरूकता और बचाव ही इसका उपचार है|