देश में फैल रही महामारी के प्रकोप के वक्त जो लोग आपकी मदद कर रहे हैं आओ उन्हें सलाम करें,
डॉक्टर जो अपनी जान की परवाह ना कर मरीजों की सेवा में जुटे हैं उन्हें सलाम, समाज सेवा करने वाली सामाजिक संस्थाओं को सलाम, पत्रकार बंधु जो जान पर खेलकर हमारे तक उचित आंकड़ों के साथ बचने की राह दिखा रहे हैं
उन्हें सलाम, प्रशासन के वो लोग जो मरीजों के लिए उचित प्रबंध कर रहे हैं उन्हें सलाम, उन लोगों को सलाम जो यह ध्यान रख रहे हैं कि आप भूखे तो नहीं, उन लोगों को सलाम जो परमात्मा से आपकी सुरक्षा की दुआ मांग रहे हैं,
एक बार उनको भी सलाम जो मेरी लेखनी में नहीं आए,
सभी के लिए दुआ मांगता हूं इस हालात में जो जरा सा किसी के काम आ रहे हैं,
अब उनकी सुरक्षा को सलाम जो बीमारी से पीड़ित हैं,
हे परमात्मा मेरे देश को जल्द बचा इस बीमारी से तुझे भी सलाम, सारी दुनिया पीड़ित है और गुरु का सिख होने के नाते सरबत का भला मांगता हूं,
मेरा देश मेरा प्रदेश मेरा जिला मेरा शहर सभी सुरक्षित रहें ऐसी अरदास को मेरी सुन परमात्मा, हम कुछ भी नहीं हमारी गलती भी माफ करो, जो भी हो, परमात्मा
जिंदगी जीते जी जो लोग सेवा कर रहे हैं उन्हें सलाम,
सलाम उन्हें भी जो जिंदगी ना रहने पर मदद का हाथ बढ़ा रहे हैं उन्हें सलाम, हां हां दोस्तों मेरी पुकार सुनो,
मुझे चिंता है तुम्हारी तुम मेरे अच्छे दोस्त हो, तुम मेरे अच्छे दोस्त हो, तुम मेरे अच्छे दोस्त हो, सुरक्षित रहो, सुरक्षित रहो आपका अच्छा दोस्त *मनजीत* बोल रहा हूं
सरदार मंजीत सिंह