दैनिक जन सागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद : राष्ट्रीय लोक दल के मुख्य महासचिव महानगर प्रदीप त्यागी ने कोरोनासंक्रमित मरीजों की भर्ती के लिये सीएमओ की रेफरल पर्ची की अनिवार्यता पर सवाल उठाते हुए कहा कि मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने के बजाय लंबी प्रक्रिया में उलझा देना सर्वथा अनुचित और अमानवीय है। कोविड पॉजिटिव अथवा नेगेटिव रिपोर्ट वाले कोरोना के लक्षण युक्त मरीजों को सीधे कोविड अस्पताल में भर्ती करने के स्थान पर सीएमओ की रेफरल पर्ची की अनिवार्यता के चंगुल में फँसाकर समय से इलाज से दूर करना बढ़ती मौतों का सबसे बड़ा कारण बन गया है। व्यवहारिकता व चिकित्सक की सलाह के आधार पर तत्काल मरीज को इलाज देने में सरकार की यह बाध्यता सबसे बड़ी रुकावट है। रेफरल पर्ची की अनिवार्यता तत्काल समाप्त करने की मांग करते हुए उंन्होने कहा कि गाँव और गरीबों के लिए सरकार की कोरोना काल की दूसरी लहर में क्या व्यवस्थाएं हैं। क्योंकि दूसरी लहर का प्रकोप गांव और गरीबो को अपनी गिरμत में तेजी के साथ ले रहा है। जब प्रदेश की राजधानी के साथ ही वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर और आगरा जैसे महानगरों की दुर्दशा हो गयी है तब गांव की स्थिति की कल्पना ही रूह कँपा देने वाली है।