जनसागर टुडे/सूरज सिंह
आजमगढ़ -जिले के नूरपुर उर्फ़ भवंरपुर गाँव मे पोखरे के घाट पर सूर्य उपासना के पर्व डाला छठ पर अस्तांचल भगवान सूर्य को प्रथम अर्घ्य शुक्रवार की शाम को दिया गया। व्रती महिलाएं समूहों में छठ मैया का गीत गाते हुए गंगा घाटों पर पहुंची। कोरोना महामारी को देखते हुए शासन द्वारा जारी गाइड-लाइन के बावजूद शहर के साथ ही सभी ग्रामीण क्षेत्र के गंगा घाटों, पोखरों एवं तालाबों पर श्रद्धालु महिलाओं की अच्छी-खासी भीड़ रही।घाटों पर बच्चों ने आतिशबाजी भी की। इसके पहले बाजारों में पर्व से संबंधित सामग्रियों की जमकर खरीद हुई। जिले में दिन भर छठ पूजा की धूम रही। दिन में तीन बजे के बाद व्रती महिलाओं तथा उनके परिवार के अन्य सदस्यों का पोखरा घाट के लिए निकलने का क्रम शुरु हो गया।
चार बजते-बजते सभी पोखरा घाट भवरपुर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए। घाटों पर पहुंची व्रती महिलाओं ने सुपेली में फल, पान की पत्ती, सुपारी, नारियल, अगरौटा आदि पूजा संबंधित सामानों को लेकर पोखरा घाट भवरपुर पर पहुंची। इसके बाद वेदी को गंगा जल से धोकर धूप-अगरबत्ती जलाने और ईख को खड़ा कर कलश स्थापित किया।
इसके बाद करीब दो घंटे तक पूजन-अर्चन किया। सूर्यअस्त से पहले व्रती महिलाएं गंगा में पहुंची और हाथों में सुपेली लेकर सूर्य की उपासना की। बाद में अस्त होते सूर्य को व्रती महिलाओं के पुत्र, पति, बेटी सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने छह बार अर्घ्य दिया। आजमगढ़ के भवरपुर ,शिहुका , जमुडीह घाट,मेहनाजपुर घाट , तरवां घाट , तियरा घाट ,लालमऊ घाट सहित अन्य घाटों पर आस्था उमड़ी। रोशन सिंह के निगरानी मे भवरपुर पोखरा घाट पर पूरी रात भजन कीर्तन व घाट के देख रेख की व्यवस्था किया गया | भजन मे मुख्य रूप से गायक बिंदु प्रकाश पाण्डेय, आशीष पाण्डेय व उनकी टीम टीम द्वारा पूरी रात भजन कीर्तन का मनोरंजन हुआ !