नवरात्रि के मौके पर मां वैष्णो देवी की दर्शन की योजना बना रहे भक्तों के लिए खुशखबरी है. माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी जाने वाले तीर्थयात्रियों की रोजाना संख्या बढ़ाकर 7000 कर दी है. पहले ये सीमा 5000 थी. श्राइन बोर्ड का ये फैसला 15 अक्टूबर से लागू होगा.
इस फैसले की वजह से नवरात्रि के दौरान ज्यादा लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेंगे. जम्मू कश्मीर से बाहर से माता के दर्शन करने के लिए आने वाले यात्रियों को कोरोना निगेटिव का सर्टिफिकेट लेकर आना होगा.
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार जांगिड ने कहा कि मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या अब 5,000 से बढ़ाकर 7000 तक कर दी गई है. अब सात हजार यात्री रोजाना माता वैष्णो देवी के दरबार में जा सकेंगे. जांगिड ने कहा कि प्रंबधन 17 अक्टूबर से शुरू होने वाले नवरात्रि उत्सव में तीर्थयात्रियों के लिए की जा रही व्यवस्था की समीक्षा कर रहा था.
वैष्णो देवी प्रबंधन के मुताबिक ये 7 हजार यात्री जम्मू कश्मीर से या फिर बाहर से भी हो सकते हैं. इसके लिए कोई प्रतिबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि जिन्हें भी माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाना है वे श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाएं.
जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश से बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों को अपने साथ कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य होगा.
रिपोर्ट के मुताबिक नवरात्रि पर्व के दौरान वैष्णो देवी आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए 15 अक्टूबर से कटरा और भवन के बीच खच्चरों, पिठ्ठुओं और पालकियों की सेवाओं को भी शुरू कर दिया जाएगा.