बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में सख्ती के चलते एसएसबी को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जहां रक्सौल में करीब 20 करोड़ रुपए की 50 किलोग्राम चरस बरामद की गई है. साथ में एक तस्कर पकड़ा गया है और एक गाड़ी जब्त की गई है. बिहार नेपाल सीमा के रक्सौल में एसएसबी के अधिकारी ने बताया कि नेपाल के रास्ते बिहार में नारकोटिक्स आने की सूचना मिली थी. जिसमें एक भारतीय तस्कर नेपाल से रक्सौल के रास्ते 20 करोड़ की चरस ले जाने की फिराक में था. उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
एसएसबी के 47वीं बटालियन के कमांडेंट प्रियवर्त शर्मा ने बताया कि एन.डी.पी.एस एक्ट 1985 के तहत किसी भी नशे से संबंधित पदार्थ को लाना या ले जाना अपराध की श्रेणी में आता है, जिसको लेकर एजेंसियां काफी सतर्क हैं. तस्कर को रक्सौल सीमा से एक पिकअप गाड़ी के साथ से पकड़ा किया गया. हिरासत में लेकर जांच की जा रही है. आगे की जांच के लिए नारकोटिक्स विभाग को सौपने की तैयारी की जा रही है|
उन्होंने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की इसका उपयोग चुनाव में नहीं होता होगा. बिहार विधानसभा चुनाव में रुपए का लेनदेन कोई नई बात नहीं है. वोटर्स को रिझाने के लिए पैसा का खेल-खेला जाता है. राजनीतिक दल अपने गुर्गों के माध्यम से ड्रग्स के जरिए पैसे का आदान-प्रदान करते हैं. यह एक ऐसा माध्यम है जिससे युवा वर्ग को आकर्षित कर जल्द रुपए में बदला जा सकता है. यहां तक कि सीमाई इलाके में इनकी कीमत हजार या लाख रुपया प्रति किलो तक होती है, पर महानगरों में पहुंचाते ही करोड़ों का हो जाता है|