*आखिर डिबाई की प्राचीन बूढ़े बाबू की पोखर कब होगी कब्जा मुक्त ??*
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धर्मेंद्र लोधी की रिपोर्ट
डिबाई/बुलंदशहर / डिबाई नगर की सबसे प्राचीन और हिन्दुओं की आस्था से जुड़ी बूढ़े बाबू की पोखर कब्जामुक्त करने के आदेश को लगभग 20 दिन बीत चुके हैं हैं लेकिन पोखर अभी तक न जाने क्यों कब्जामुक नहीं हो पा रही है।
जबकी कोर्ट द्वारा साफ हो चुका है कि अबैध कब्जे धारकों से पोखर कब्जामुक कराया जाय जिससे पोखर अपने पुराने स्वरूप में आ जाय।
गौरतलब है कि इस प्राचीन पोखर पर अबैध रूप से कब्जा करके वहां प्लाटिंग शुरू कर दी थी।जिसके सम्बन्ध में नगर के मनोज कुमार पुत्र स्वर्गीय डोरीलाल और प्रजापति समाज के अलावा नगर के संभ्रांत लोगों ने जबरदस्त विरोध किया लेकिन दंवगों के आगे सब लाचार साबित हुए।
और फिर मामला कोर्ट में जा पहुंचा जहां काफी लम्बी कानूनी लड़ाई लडने के बाद बीते लगभग आठ दिन पहले कोर्ट ने अपना एतिहासिक फैसला देते हुए माना कि इस प्राचीन पोखर को अबैध कब्जा धारकों को अब छोडना ही होगा और अब वहां दशकों पहले जैसी पोखर ही बनेगी।अब कोर्ट के इस एतिहासिक फैसले के बाद नगर के लोगों को उम्मीद की एक किरण मिली है कि डिबाई क्षेत्र में और भी कई ऐसी ही पोखर हैं जिनपर भू-माफियाओं का कब्जा है
और उन्होनों अबैध कब्जा करके अबैध रूप से प्लाटिंग कर दी हैं अब कोर्ट के इस फैसले से क्षेत्र के ऐसे भू-माफियाओं में अब हडकंप मचा हुआ है।