शिक्षकों ने शिक्षा के मंदिर को बनाया जंग का अखाड़ा, मामला पहुंचा पुलिस के दरबार।
शिक्षामित्र ने प्रधानाध्यापक पर लगाया अभद्रता करने का आरोप।
ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक सहित सभी स्टाफ की तहसीलदार से की शिकायत, तहसीलदार ने खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी जांच।
खंड शिक्षा अधिकारी अमन गुप्ता ने बताया है कि इस संबंध में जांच टीम गठित कर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
बुलंदशहर/शिकारपुर ब्लॉक क्षेत्र के गांव मामऊं में सिविलियन विद्यालय को शिक्षकों ने जंग का अखाड़ा बना दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षामित्र रूबी चौधरी ने प्रधानाध्यापक मुकेश शर्मा पर ऑफिस से भागने और अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए घटना की सूचना थाना अहमदगढ़ पुलिस को दी गई। जिस पर अहमदगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत करने में जुटी वही शिक्षकों में तू- तू ,मैं-मैं की लड़ाई पुलिस के सामने भी बंद नहीं हो सकी पुलिस ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह शिक्षा विभाग का मामला है। यह कह कर पुलिस अपने थाने को वापस लौट गई। शोर- सराबा सुनकर अभिभावक भी मौके पर पहुंच गए और शिक्षकों की आपस की लड़ाई देखकर सब चकित रह गए उन्होंने कहा है कि इन शिक्षकों की लड़ाई में सभी छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार की तरफ जा रहा है। और हम अपने बच्चों को ऐसी स्थिति में कैसे स्कूल भेजें जब शिक्षक इस तरह की लड़ाई करेंगे तो छात्रों पर इसका क्या दुष्प्रभाव पड़ेगा। वैसे कुछ ग्रामीणों ने बताया है कि स्कूल में एक रसोइया को हटाने को लेकर विवाद चल रहा है।इस प्रकरण की जानकारी एसडीएम दीपक कुमार पाल और खंड शिक्षा अधिकारी अमन गुप्ता को दी गई जिन्होंने बताया है कि यह प्रकरण मेरे संज्ञान में आ चुका है और अब इन लोगों को नोटिस जारी करते हुए जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
तहसीलदार विपिन वर्मा को एक लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र ग्रामीणों द्वारा मंगलावार दिया गया है जिस पर तहसीलदार ने लिखित में एबीएसए अमन कुमार गुप्ता को जांच कर आख्या मांगी गई है। ग्रामीण शिकायतकर्ता अमन चौधरी हिमांचल राजू चौधरी रिंकू शर्मा जितेंद्र मोनू सतेंद्र नीरज कुमार राहुल शर्मा विकास लवकुश रोबिन कुमार सोनू ग्राम प्रधान लाडो देवी सहित ने शिकायती पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।