गाजियाबाद– सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) के राष्ट्रीय कार्यालय एफ 10, जगदीश नगर, गाजियाबाद पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह जी की 117 वी जयंती बड़ी धूम-धाम से मनाई गई, इसके बाद पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग की गई।
शहीद-ए-आजम भगत सिंह जी के जन्मदिवस समारोह की शुरुवात सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) के संयोजक सतेन्द्र यादव द्वारा शहीद भगतसिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि शहीद-ए-आजम का जन्म 27-28 सितम्बर मध्य रात्रि में 1907 में लायलपुर जिले के बंगा गाॅव में, जो अब पाकिस्तान में है,मे हुआ था।,इस कारण बहुत से लोग इनका जन्मदिन 27 सितंबर को भी मनाते है। जबकि इनका परिवार इनका जन्मदिन 28 सितम्बर को मनाता है। भगत सिंह का पूरा परिवार क्रान्तिकारी था। उन्होंने जेल में विश्व की सबसे लंबी भूख हड़ताल की थी। भगतसिंह की फाँसी को रोकने के लिए पूरी दुनिया के लोगों ने कोशिश की, ब्रिटिश सांसदो तक ने फाँसी रोकने की कोशिश की। लाखों लोगों ने इस बारे में पत्र लिखा जिसमे से कुछ पत्र खून से लिखे गये थे। भारत में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस व मोहम्मद अली जिन्ना ने पुरजोर कोशिश की लेकिन अंग्रेजों ने किसी की ना मानी। महज 23 साल 5 महीने 25 दिन की आयु में 23 मार्च 1931 की शाम 7:33 पर उन्हें फाँसी दे दी गई। शहीद-ए -आजम के जन्मदिवस के अवसर पर सुभाषवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा खुद में देशभक्ति के जज्बे को भरने के लिए शहीद भगत सिंह का नाम ही काफी है उनमें देश के प्रति इतना प्रेम था कि वह हँसते-हँसते फांसी के फंदे पर झूल गये। समाज में फैली शोषण व अमीरी गरीबी की खाई को भगत सिंह के रास्ते पर चलकर ही मिटाया जा सकता है। इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी अनिल सिन्हा ” ने कहा कि स्कूली शिक्षा से ही वह भारत की आजादी के सपने देखने लगे और गांधी जी के असहयोग आन्दोलन में भाग लिया। जब माता-पिता ने शादी करनी चाही तो घर से भाग गये और अपने पीछे एक खत छोड़ गये उसमें उन्होंने लिखा की उन्होंने अपना जीवन देश को आजाद कराने के लिए समर्पित कर दिया है। लाहौर षडयंत्र केस में राजगुरू, सुखदेव के साथ भगत सिंह को भी फांसी की सजा सुनायी गयी।
इस अवसर पर पार्टी के जिला अध्यक्ष एडवोकेट दिग्विजय सिंह ने पार्टी के पदाधिकारीयों को गाजियाबाद में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए तैयारी करने के लिए कहा, उन्होंने कहा कि यही समय है जब हम सबको आगामी चुनावों के लिए पूरी तरह से जुट जाना है, पूरी मेहनत करनी है, यह मेहनत नगर निगम के आने वाले चुनावों तक जारी रखनी है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से हरिशंकर वर्मा तेजेंद्र कुमार शर्मा, योगेश कुमार, आरपी शुक्ला, सुरेशचंद्र लाल, महेश कुमार लल्लन, मुकेश शर्मा, दुर्गा प्रसाद श्रीवास्तव, एम सी गहलोत, एन डी दीक्षित, राजेंद्र यादव, गोपाल सिंह, सुभाष गिरी, लक्ष्मण, किशोरी कुमार, सुरेंद्र पासवान, रामनरेश ठाकुर, राजेंद्र गौतम, योगेश सिंह, संजय श्रीवास्तव, महेश पांडेय, पिंटू यादव, दीपक वर्मा, अनुपम अग्रवाल समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।