बुलंदशहर/शिकारपुर । क्षेत्र के गाँव फैजुल्लापुर अजनारा में चल रही दस दिवसीय रामलीला शुक्रवार की रात रावण वध के साथ संपन्न हो गई। विभीषण को लंका का राजा बनाने के बाद प्रभु श्रीराम अयोध्या लौट आए।पूर्व प्रधान डॉक्टर जुगेन्द्र सिंह ने बताया कि दशरथ नंदन के आने की खबर सुनकर पूरे राज्य में जश्न का माहौल हो जाता है। रामलीला में अंतिम दिन कुंभकर्ण के वध की खबर सुनने के बाद लंकापति रावण परेशान हो जाता है। उसने अहिरावण को युद्ध के लिए भेजा। विभीषण का वेश धारण कर अहिरावण राम-लक्ष्मण का हरण कर पाताल लोक ले जाता है। इसके बाद हनुमान जी अहिरावण का वध कर प्रभु राम और लक्ष्मण को वापस लाते हैं। जैसे ही रावण को अहिरावण के वध की खबर मिलती है, वह स्वयं युद्धभूमि में जाता है। राम-रावण के बीच भयंकर युद्ध होता है। रावण का सिर बार-बार कटने पर उग आता है। इससे वानरी सेना ही नहीं, राम की सेना भी चिंतित हो जाती है। विभीषण के बताने पर श्रीराम रावण की नाभि में बाण चलाते हैं। अंत में प्रभु श्रीराम ने रावण का वध कर दिया। लंका में विभीषण का राज्याभिषेक करने के बाद प्रभु राम सीता और लक्ष्मण संग अयोध्या आ जाते हैं। राम के अयोध्या लौटने पर पूरे राज्य में जश्न का माहौल हो जाता है।