जनसागर टुडे
ग्रेटर नोएडा। महान क्रांतिकारी शहीद शिवराम हरि राजगुरु की जयंती पर उनको श्रद्धाजलि देते हुए सामाजिक संस्था संकल्प ने सादोपुर व दुजाना गाँव मे वृक्षारोपण किया।
संकल्प संस्था के अध्य्क्ष व संस्थापक मास्टर भूपेन्द्र नागर ने बताया कि पूना के खेड़ा में जन्म लेने वाले राजगुरु घर छोड़कर पढ़ाई के लिए बनारस आये थे। यहीं उनका सम्पर्क गोरखपुर से निकलने वाली पत्रिका स्वदेश के सह-सम्पादक मुनीश्वर अवस्थी से हुआ और उसके बाद वे क्रान्तिकारी दल के सदस्य बने। बहुत ही गरीबी और कठिनाई में अपना जीवन बिताने वाले राजगुरु बहुत ही विनोदी और सौन्दर्यप्रिय स्वभाव के तो थे ही, साथ ही कुर्बानी के मामले में भी वो हमेशा सबसे आगे रहना चाहते थे। लाहौर षड्यंत्र केस में सांडर्स की हत्या में शामिल होने के बाद, भगतसिंह के साथ असेम्बली में बम फेंकने के लिए जाने हेतु भी राजगुरु ने बहुत ज़िद की थी।
राजगुरु भी अपने जीवन के अनुभवों से समाजवाद की ओर आकर्षित हुए थे। आगे चलकर इस आकर्षण ने गहरी निष्ठा एवं विश्वास का रूप ले लिया।”
सितम्बर 1929 में राजगुरु को पूना में गिरफ़्तार किया गया। सजा सुनाये जाने के बाद फाँसी की कोठरी में भी राजगुरु का विनोदी स्वभाव, हँसी-मज़ाक और गाना कम नहीं हुआ था। 23 मार्च 1931 को भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु को फाँसी दी गयी।
संकल्प संस्था के लोगों ने आज सादोपुर व दुजाना गाँव मे वृक्षारोपण करते हुए उनके विचारों के बारे मे चर्चा की व ग्रामवासियों को उस महान व्यक्तित्व के बारे मे अवगत कराया।
इस अवसर पर संस्था के अध्य्क्ष भूपेन्द्र नागर,महासचिव अमित नागर,संयोजक रोहित मत्ते गुर्जर,उपाध्यक्ष जगवीर शर्मा,प्रवक्ता नरेश खारी,सचिव मनोज नागर,मधुसूधन,रेनू,राजकुमारी,साधना आ