गाजियाबाद : मंगलवार को आदेश शर्मा के नेतृत्व में शराब कारोबारियों ने सौंपा ज्ञापन आदेश शर्मा ने बताया कि वर्ष 2021 में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप के कारण देशी मदिरा / विदेशी मदिरा / बीयर / मॉडलशाप की निर्धारित निकासी / उठान पूरा न कर पाने के सम्बन्ध में। जैसा कि आपको अवगत है कि वर्तमान समय में भी गतवर्ष की भांति कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण जनपद में लगभग सभी व्यापारिक गतिविधियां बंद पड़ी हैं और जो व्यापार चल भी रहे हैं वह आंशिक रूप से ही चल पा रहे हैं। जनपद में मदिरा दुकाने माह अप्रैल में साप्ताहिक बंदी के दौरान पूर्ण रूप से बंद रही और माह मई में दिनांक 01.05.2021 से 10.05.2021 तक भी पूर्ण रूप से बंद रही है।दिनांक 11.05.2021 से जनपद में मदिरा दुकाने खुली हैं किन्तु मदिरा दुकानों का खुलने का समय दोपहर 02.00 बजे शाम 06.00 बजे तक (बिना जलपान की सुविधा के) ही निर्धारित किया गया है। जिस वजह से हम अनुज्ञापियों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस वर्ष भी गतवर्ष की भांति जो भी मजदूर या मध्यवर्ग के लोग इस वर्ष वापिस रोजगार के लिए आये थे यह सब पुनः व्यापारिक गतिविधियों के बंद होने की वजह से दोबारा पलायन कर गये हैं। इन वजहों से मदिरा दुकानों की सम्पूर्ण बिकी 50 प्रतिशत से 55 प्रतिशत तक प्रभावित हो चुकी है। इस स्थिति में शराब व्यापारी शत प्रतिशत बिक्री करने में कदापि सक्षम नहीं हैं। बिक्री के अत्यधिक प्रभावित होने के कारण माह हेतु निर्धारित एम०जी०क्यू० एवं गतवर्ष के उपभोग में निहित प्रतिफल शुल्क के समतुल्य निकासी लिया जाना पूर्णतः असम्भव है। उन्होंने मांग की है कि उपरोक्त तथ्यों का संज्ञान लेते हुए जनपद गाजियाबाद में देशी मदिरा / विदेशी मदिरा / बीयर / मॉडलशाप की वास्तविक बिकी/निकासी को ही निर्धारित बिक्री मान लिया जाए और हमारी वर्ष 2021 2022 में जितने दिन भी लॉकडाउन एवं कन्टेनमेंट जोन के कारण शराब की दुकाने बंद रहीं उतने दिन की लाईसेंस फीस ब्याज सहित वापिस की जाये। जिससे हम अनुज्ञापीगण भारी आर्थिक नुकसान से बच कर राज्य सरकार के राजस्व प्राप्ति में सहभागी बन सकें। कृप्या उपरोक्त अनुरोध को स्वीकार कर उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।ज्ञापन देने वालों में एके पांडे जी विशाल वशिष्ठ विवेक त्यागी जी महेश आहूजा श्रेष्ठ कालरा धर्मेंद्र शर्मा शोभित शर्मा हरिओम शर्मा दीपक गोयल संदीप चावला आदि लोग रहे