जन सागर टुडे संवाददाता : अर्जुन देशवाल
बहसूमा। “नसीब वाले हैं जिनके सर पर पिता का हाथ होता है,
जिद पूरी हो जाती है सब,
गर पिता का साथ होता है।
तन्हाई में जब बीते लम्हों की याद आती है,
क्या कहे जिस्म से जान चली जाती है
यूं तो पिताजी बहुत दूर चले गए हमसे,
पर आंख बंद करें तो सूरत उनकी नजर आती है।”
आज यह लाइनें डी०पी०एम० पब्लिक स्कूल बहसूमा के सचिव जगदीश त्यागी ने फादर्स डे के उपलक्ष पर कहीं, उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी बच्चों को संबोधित किया और कहा कि एक पिता अपने बच्चों से बहुत प्यार करता है, लेकिन वह उसे कभी महसूस नहीं होने देता। वह परिवार की रक्षा करता है। हम सभी को अपने पिता का सम्मान करना चाहिए। विद्यालय सचिव ने कहा माता पिता हमारे जन्म के आधार होते हैं लिहाजा किसी व्यक्ति के लिए मां पिता की अहमियत जीवन में सबसे बड़ी होती है ।
कोई भी संतान पूरी जिंदगी उनकी ऋणी रहती है शास्त्रों में भी कहा गया है कि माता-पिता के ऋण को चुका पाना संभव नहीं है दुनिया में माता पिता को समर्पित दिन भी रखे गए हैं फादर डे हर साल जून के महीने में तीसरे रविवार को मनाया जाता है इस बार फादर डे 20 जून को मनाया जा रह है।हर बच्चों का यह कर्तव्य होता है कि वह अपने पिता को उचित सम्मान दें वह जरूरत पड़ने पर उनकी सभी जरूरतों का पूरा ध्यान करें एवं उनका नाम रोशन करें। फादर्स डे के अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने भी विभिन्न प्रकार के पोस्टर, ड्रॉइंग, स्लोगन तथा कोलाज आदि बनाकर उन्हें प्रदर्शित किया। सभी बच्चों ने फादर्स डे पर कुछ ना कुछ बनाकर अपनी प्रतिभा दिखाई। प्रियांश, खुशी दास, वंशिका, असवीरा, दीपांशी आदि बच्चों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य जिया जैदी ने सभी बच्चों को बंधाई दी और उनकी मेहनत की सराहना की, उन्होंने कहा कि पिता हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है। हम सभी को धन्य महसूस करना चाहिए कि हमारे ऊपर एक पिता का हाथ होता है। अंत में चंद लाइने सुनाकर उन्होंने अपनी बात समाप्त की।
“मेरी पहचान आपसे पापा…
क्या कहूं आप मेरे लिए क्या हो…
रहने को है पैरों के नीचे यह जमीन…
पर मेरे लिए तो मेरा आसमान आप हो…।”
इस अवसर पर विद्यालय कोऑर्डिनेटर अनुज त्यागी, सुब्रत चटर्जी, तनवीर अहमद, मुकुल त्यागी, अमित गुप्ता, अलका गुप्ता, हिमानी यादव, सतेंद्र कुमार आदि सभी अध्यापकों का विशेष सहयोग रहा।