जनसागर टुडे / शौक़त अली
गाजियाबाद। दिल्ली से सटे लोनी में बुजुर्ग से मारपीट और अभ्रदता के मामले में ट्विटर की मुसीबत बढ़ती जा रही है। गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी को एफआईआर के बाद नोटिस भेज दिया है।जो थाना प्रभारी की ओर से जारी किया गया है। नोटिस में एमडी मनीष माहेश्वरी को सात दिन के भीतर थाने आकर बयान दर्ज कराने के लिये कहा गया है।
बताया जा रहा है कि गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर के जिम्मेदार अधिकारियों से जल्द पूछताछ की तैयारी कर ली है। गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि जब मामले की सूचना समय रहते दे दी गई थी तो इसके बावजूद ट्विटर ने वीडियो के द्वारा फर्जी सूचना को प्रसारित होने दिया तथा फर्जी प्रसारित सूचना को ट्विटर से हटाकर यूजर के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की।पुलिस का आरोप है कि ट्विटर आईएनसी के माध्यम से लोगों ने अपने ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल कर समाज के बीच विद्वेष फैलाने वाले संदेश का किसा प्रकार कोई संज्ञान नहीं लिया गया। साथ ही देश/विदेश के विभिन्न समूहों के बीच सौहार्द को प्रभावित करने वाले कार्य को बढ़ाया दिया गया। इसके अलावा, समाज विरोध संदेश को लगातार वायरल होने दिया गया।
ज्ञात रहे कि ट्विटर पर भड़काऊ वीडियो 14 और 15 जून को ट्रेंड हुई थी। इस मामले को कुछ लोगों ने बगैर सत्यता की जांच किये ही वीडियो को वायरल कर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। पुलिस ने साफ कर दिया कि दाढ़ी काटे जाने की घटना तो हुई है। जिसे दोनो समुदाय के लोगो ने अंजाम दिया है। इसीलिये यह घटना सांप्रदायिक नहीं है। घटना पांच जून की थी। इसके बारे में वीडियो साजिश के तहत नौ दिन बाद ट्वीट किया गया। बगैर सत्यता की जांच किए वीडियो को लगातार शेयर किया गया। इसी पर लोनी बॉर्डर पुलिस ने जुबैर अहमद, राना अय्यूब, सलमान निजामी, मशकूर उस्मानी, डॉ. समा मोहम्मद, सबा नकवी, ट्विटर आईएनसी व ट्विटर कम्यूनिकेशन इंडिया प्राइवेट के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने का केस दर्ज किया गया है।