Wednesday, April 23, 2025
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यूपीएससी के पहले प्रयास में बुलंदशहर के तुषार सिंह को मिली सफलता बने आईएएस खुशी की लहर।

यूपीएससी के पहले प्रयास में बुलंदशहर के तुषार सिंह को मिली सफलता बने आईएएस खुशी की लहर।

 

तुषार सिंह ने आईएएस बनकर अपने माता पिता के साथ साथ जनपद बुलंदशहर और समाज का नाम रोशन किया है।

डीके निगम संवाददाता बुलंदशहर 

बुलंदशहर के होनहार युवा तुषार सिंह ने पहले ही अटेम्ट में आईपीसीसी क्लियर कर न सिर्फ अपने जिले का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे प्रदेश को गर्व करने का मौका दिया है। जी हां, हम बात कर रहे हैं बुलंदशहर के यमुनापुरम इलाके के निवासी तुषार सिंह की, जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा UPSC में शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे देश में 385वीं रैंक हासिल की है। खास बात ये है कि तुषार ने ये सफलता अपने पहले ही प्रयास में प्राप्त की है। और वो भी महज 22 वर्ष की उम्र में तुषार सिंह का शैक्षिक सफर भी किसी प्रेरणा से कम नहीं। सीबीएसई की इंटरमीडिएट परीक्षा में डीपीएस स्कूल से उन्होंने टॉप किया था। उन्होंने आर्ट्स स्ट्रीम में 500 में से पूरे 500 अंक हासिल कर सबको चौंका दिया था। इंग्लिश, हिस्ट्री, जियोग्रफी, पॉलिटिकल साइंस और फिजिकल एजुकेशन हर विषय में 100 में से 100 अंक। साल था 2020, और तभी से साफ हो गया था कि ये लड़का कुछ बड़ा करने वाला है। इसके बाद तुषार ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री ऑनर्स किया और सिविल सेवा की तैयारियों में जुट गए। पढ़ाई को लेकर उनका एक अलग ही नजरिया रहा। तुषार के पिता बताते हैं कि उनका कोई तयशुदा टाइम टेबल नहीं था। कभी 4 घंटे पढ़ाई करते, तो कभी 8 घंटे। लेकिन उनका फोकस और डेडिकेशन कभी कम नहीं हुआ। तुषार का परिवार भी शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ा है। उनके पिता डॉ. ओपी सिंह खुर्जा के एनआरईसी कॉलेज में प्रोफेसर हैं, जबकि माँ किरण भारती इंटर कॉलेज में लेक्चरर हैं। तुषार की इस उपलब्धि में उनके माता-पिता की भूमिका भी अहम रही है।तुषार सिंह आज लाखों युवाओं के लिए एक मिसाल हैं। उन्होंने ये साबित कर दिया कि अगर लगन हो और सच्ची मेहनत हो, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता। जिनके हौसले बुलंद होते हैं, उनको सफलता मिल ही जाती है, बुलंदशहर से निकलकर नीली बत्ती वाली गाड़ी तक का ये सफर, सिर्फ तुषार की नहीं, उस हर विद्यार्थी की उम्मीद है जो छोटे शहर से बड़े सपने देखता है, फिलहाल तुषार सिंह दिल्ली में और दो दिन बाद अपने घर बुलंदशहर आयेंगे। फिलहाल की बात करें तो उनके आवास पर बधाई देने वालों का क्रम जारी है तुषार की उपलब्धि से परिवार तथा समाज में खुशी की लहर है चहुंओर प्रशंसा हो रही है।

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