जनसागर टुडे
आजमगढ़ तरवां – भारतीय संस्कृति हमेशा से विविधता में एकता का पर्याय रही है | होली का त्योहार इसी विविधता में एकता का और भाईचारे का प्रतीक है | इस दिन लोग गिले शिकवे भूलकर एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर प्रेम तथा भाईचारे का संदेश देते हैं | एक दूसरे के साथ खुशियां सजा करते हैं और छोटे अपने बड़ों से शुभाषित प्राप्त करते हैं | विविधता पूर्ण संस्कृति वाले भारत देश में हर धर्म -संप्रदाय के त्यौहार धूमधाम से मनाये जाते हैं | इनमें से आपसी प्रेम व सद्भावना की भावना को मजबूत करने वाला होली का पर्व विशेष महत्व रखता | समजसेवी रवि प्रताप सिंह नें सभी देशवासियों, प्रदेशवासियों,जनपद वासियों, व क्षेत्र वासियों से अपील किये की वही प्रेम भावना से होली पर्व को मनाये व त्यौहार का आनंद ले |