गाजियाबाद– साहिबाबाद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वर्ड 75 के निगम पार्षद द्वारा सोशल मीडिया पर नगर निगम एवं वेबाग कंपनी के लापरवाही के कारण आत्म की चेतावनी दी गई है जिसके बाद सिर्फ वार्ड 75 ही नहीं बल्कि पूरे गाजियाबाद के लोगों में हलचल मची है ! वार्ड 75 के निगम पार्षद पंडित हिमांशु शर्मा के आत्मदाह करने का कारण उनकी कोई निजी समस्या नहीं बल्कि नगर निगम एवं वेबाग कंपनी की लापरवाही के कारण क्षेत्र के लोगों की समस्या का निराकरण न कर पाना बताया जा रहा है ! निगम के पार्षदों की हालत देखकर नगर निगम की कार्यप्रणाली के बारे में बिल्कुल भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितना काम धरातल स्तर पर कर रही है और कितना काम सिर्फ कागजों में कर रही है !


निगम पार्षद पंडित हिमांशु शर्मा का कहना है कि
नगर निगम और वेबाग कंपनी की लापरवाही के कारण लोगों के घर में अब मल मूत्र का पानी सड़कों में स्विमिंग पूल की तरह तैर रहा है तमाम अधिकारियों को पत्राचार करने के बावजूद कोई निष्कर्ष नहीं निकल पा रहा है ! मेरे वार्ड की जनता ने मुझे अपना वोट देकर मुझे प्रतिनिधि बनाया है और उसके बावजूद भी मैं उनकी समस्या का निवारण नहीं कर पा रहा हूं यह सोचकर मुझे खुद पर शर्मिंदगी महसूस करनी पड़ रही है ! अगर मुझे अपने वार्ड की जनता को इसी हालत में देखना है तो मेरे जीने का क्या फायदा है ! चेतावनी देते हुए पार्षद हिमांशु शर्मा ने कहा कि अगर मेरे वार्ड 75 की जनता की समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो मैं निगम के इसी सीवर के मैन हाल में घुसकर आत्मदाह करूंगा और उसकी जिम्मेदार सिर्फ नगर निगम और वेबाग कंपनी होगी !
निगम एवं वेबाग कंपनी द्वारा की जा रही लापरवाही से परेशान निगम पार्षद द्वारा लिए गए इस फैसले को लेकर जब महापौर सुनीता दयाल से संपर्क साधा गया तो फोन ना उठने के कारण उनसे बात नहीं हो पाई !
लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि क्या खुद को उत्तर प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ होने का दावा करने वाली नगर निगम गाजियाबाद की कार्यप्रणाली इतनी शर्मनाक है कि उनके ही पार्षद को आत्मदाह करने पर मजबूर होने का फैसला लेना पड़ रहा है