*मानकीकरण की पहचान के माध्यम से मानव जीवन को संरक्षित करने में योगदान दें- कुमार अनिमेष*
*भारतीय मानक ब्यूरो का 78 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया*
गाजियाबाद,7 जनवरी, भारतीय मानक ब्यूरो गाज़ियाबाद शाखा द्वारा भारतीय मानक ब्यूरो के 78 वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक दिवसीय रिसोर्स पर्सन ट्रैनिंग एवम मानक मंथन कार्यक्रम का आयोजन।।भारतीय मानक ब्यूरो गाज़ियाबाद शाखा द्वारा भारतीय मानक ब्यूरो के स्थापना दिवस के अवसर पर एक दिवसीय रिसोर्स पर्सन ट्रैनिंग एवम मानक मंथन कार्यक्रम का आयोजन होटल महागुन सरोवर पोर्टिको, वैशाली ग़ाज़ियाबाद में किया गया, जिसका उद्देश्य ग़ाज़ियाबाद शाखा के अंतर्गत विभिन्न जिलों से आये प्रतिनिधियों को रिसोर्स पर्सन ट्रैनिंग प्रदान करना था जिसमे सभी लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर सभी मुद्दों पर खुली चर्चा की।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर ग़ज़ियाबाद शाखा प्रमुख श्री कुमार अनिमेष जी ने किया ।
इसके उपरांत प्रियांशु ने विभिन्न प्रकार की प्रेजेंटेशन के माध्यम से को भारतीय मानक ब्यूरो के द्वारा संचालित कार्यों एवम मानकों के निर्धारण, मानकीकरण और गुणवत्ता प्रबंधन, दैनिक जीवन में घटित विज्ञान विषय के साथ मानकों का संबंध, स्टैंडर्ड क्लब के उद्देश्य एवम महत्व तथा मानक लेखन के प्रारूप के बारे जानकारी देते हुए प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया।
इसके उपरांत मानक लेखन के बारीकियों को बता कर सभी प्रशिक्षुओं को 4-4 लोगों के ग्रुप में बांट कर मानक लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई। कार्यक्रम के दूसरे चरण में मानक मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य निर्माताओं को इंडियन स्टैंडर्ड 210 कास्ट आइरन प्रोडक्ट क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर से जागरूक कराना और उसके सुचारु चलन को सुनिश्चित करना था।
इस कार्यक्रम में गाज़ियाबाद शाखा के अंतर्गत सभी जिलों मेरठ गाजियाबाद, हापुड़, बागपत, अमरोहा, मुरादाबाद, सम्भल, रामपुर और पूर्वी दिल्ली से आए विभिन्न प्रतिभागियों ने उपस्थिति दर्ज की संयुक्त निदेशक नवीन अरोड़ा ने सभी प्रतिभागियों को इंडियन स्टैंडर्ड 210 कास्ट आइरन प्रोडक्ट क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर की चर्चा करते हुए गुणवत्ता सुधार की विस्तार से समीक्षा की, प्रतिभागियों ने मानक मंथन का पूरा लाभ उठाया और विकास के प्रति उत्साहित और संतुष्ट दिखे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में स्टैंडर्ड प्रोमोशन कंसुल्टेंट विश्वेन्द्र तँवर, सूरज व राजू तथा प्रतिभागियों में मुकन्द वल्लभ शर्मा मेरठ, इशांत शर्मा सम्भल, आवरण अग्रवाल मुरादाबाद, मनोज भारद्वाज मुजफ्फरनगर, मिलिंद रानी हापुड़, अनुराधा कौशिक पूर्वी दिल्ली ने अपना योगदान दिया।