Tuesday, January 7, 2025
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लेखपालों ने विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन।

लेखपालों ने विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन।

डीके निगम
बुलंदशहर शिकारपुर तहसील में शनिवार को उत्तर प्रदेश संघ लेखपाल के बैनर तले धरना प्रदर्शन कर विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम दीपक कुमार पाल को सौंपा ज्ञापन।

जिलाध्यक्ष सचिन कुमार गर्ग ने बताया है कि राजस्व विभाग का फील्ड कर्मचारी है जिसका सम्बन्ध जनता से सीधे होता है जनता की भूमि विवाद सहित अधिकांश समस्याओं से सम्बन्धित संदर्भ निस्तारण हेतु लेखपाल के पास ही आते हैं । दो पक्षों के विवाद के निस्तारण सम्बन्धी की गयी कार्यवाही से किसी एक पक्ष का असंतुष्ट होना स्वाभाविक है । पंचायत / विकास विभाग की विविध योजनाओं हेतु भूमि उपलब्ध कराने एवं अवैध अतिक्रमण की स्थिति में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही से भी अतिचारी / प्रभावित व्यक्तियों के परिवार लेखपाल से दुश्मनी ठान लेता है और लेखपाल को क्षेत्र की राजनीति में घसीटने का भी प्रयास किया जाता है । इस प्रकार विधि विरूद्ध कार्य कराने में असफल एवं विविध कारणों से असंतुष्ट व्यक्ति लेखपालों के खिलाफ साजिश करके एण्टी करप्शन टीम द्वारा पकड़वाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है । एण्टी करप्शन कार्यालय द्वारा सामान्य शिकायत के आधार पर वास्तविक तथ्यों का परीक्षण किए बगैर शिकायतकर्ता को उकसाकर स्वयं बोल बोल कर शिकायती प्रार्थनापत्र लिखवाया जाता है और प्री ट्रैप जांच की कागजी औपचारिकता कर उसी दिन अथवा अगले दिन लेखपाल को फंसाने के विविध प्रयास करके गिरफ्तार कर लिया जाता है । अधिकांश प्रकरणों में शिकायत पत्र में उल्लिखित कार्य लेखपाल से सम्बन्धित भी नहीं होता है और न ही लेखपाल द्वारा कोई रिश्वत की मांग की गयी होती है । लेखपाल को सामने मिलने पर शिकायतकर्ता द्वारा जबरन उसकी जेब / हाथ / वाहन / कक्ष में पैसा रख दिया जाता है । टीम द्वारा जबरन पकड़कर लेखपाल के हाथ में पैसा रखवाकर अथवा पाउडर लगाकर अथवा अपने पाउडर लगे हाथ से लेखपाल का हाथ पकड़कर , पानी के गिलास में धुलवाये जाते हैं । शिकारपुर तहसील अध्यक्ष हरीश कुमार ने बताया है कि कई घटनाओं में तो दलालों / साजिशकर्ताओं द्वारा पैसा लेने के आधार पर लेखपाल को बिना रिश्वत स्वीकार किये ही गिरफ्तार किया जा रहा है दिनांक 02.01.2025 जनपद गाजीपुर की तहसील कासिमाबाद में लेखपाल को जबरन ट्रैप की घटना कारित की गयी । जैसा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि सम्बन्धित लेखपाल , शिकायतकर्ता के गाँव से कई 2-2.5 किमी दूर दूसरे गाँव में अनेको ग्रामवासियों की उपस्थिति में पैमाईश कर रहा था । इसी मध्य शिकायतकर्ता ने आकर लेखपाल की जेब में पैसा डाल दिया जिसे लेखपाल ने नाराज हुए बाहर निकाल कर वापस दिया । इतने में ही एण्टी करप्शन की टीम द्वारा लेखपाल को उठा लिया गया । वीडियों में स्पष्ट रूप से ग्रामवासी बोल रहे हैं कि लेखपाल ने कोई पैसा नहीं लिया है अपितु पैमाईश का कैलकुलेशन कर रहा था और शिकायतकर्ता ने जबरन लेखपाल की जेब में पैसा रखकर एण्टी करप्शन से पकड़वाया है।सैकड़ो ग्रामवासी उक्त झूठे ट्रैप का विरोध करते हुए थाने पर भी पहुँच गये थे जिससे स्पष्ट होता है कि लेखपाल भ्रष्ट प्रवृत्ति का नहीं है।इसी प्रकार जनपद लखनऊ की तहसील सरोजनीनगर में सर्तकता अधिष्ठान के कर्मचारी के रिश्तेदार द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जा एवं अवैध प्लाटिंग करने की जांच लेखपाल द्वारा ( मण्डलायुक्त के निर्देशन में जनपद में चलाये जा रहे एण्टी भू माफिया एवं अवैध प्लाटिंग के खिलाफ अभियान के भू अन्तर्गत ) किये जाने के कारण लेखपाल को फर्जी रूप से दिनांक 31.12.2024 को ट्रैप करवा दिया गया । सर्तकता अधिष्ठान के उक्त कर्मचारी द्वारा पूर्व में लेखपाल को ट्रैप करने की धमकी दी गयी थी जिसकी सूचना लेखपाल द्वारा उच्चाधिकारियों को तत्समय ही दे दी गयी थी अधिकारियों द्वारा ससमय आवश्यक कार्यवाही न करने के कारण एक सप्ताह बाद लेखपाल को फर्जी रूप से ट्रैप करवा दिया गया । दिनांक 04.10.2024 को जनपद महाराजगंज में लेखपाल द्वारा न कोई रिश्वत मांगी गयी और न ही रिश्वत प्राप्त की गयी फिर भी एक दलाल / साजिशकर्ता को पैसा पकड़ाकर उसका सम्बन्ध लेखपाल से बताते हुए जबरन लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया गया । विरोध किये जाने पर एण्टी करप्शन टीम द्वारा सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार किया गया कि लेखपाल द्वारा कोई पैसा नहीं लिया गया है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है । इस प्रकार के साजिशन / झूठा फंसाने की अनेकों घटनाएं हो चुकी है जहाँ जहां घटनाएं कैमरों में कैद हो गयी है वहां वहां सोशल मीडिया पर झूठा फंसाने सम्बन्धी तथ्य उजागर हुए हैं किन्तु लेखपाल फील्ड का कर्मचारी होने के कारण उसके साथ झूठा फंसाने के तथ्य सामान्यतः कैमरों में कैद नहीं हो पाते हैं । ईमानदार लेखपाल / कर्मचारी भी वर्तमान परिवेश में भय के कारण जनसामान्य से दूर होता जा रहा है और सही कार्य करने में भी डर रहा है जिससे सरकार एवं सरकारी कर्मचारियों की छवि धूमिल हो रही है और आम जनता में सरकार एवं सरकारी सिस्टम के प्रति अविश्वास एवं नकारात्मकता का भाव बढ़ता जा रहा है । प्रदेश के लेखपालों में झूठी घटनाओं के कारण आकोश व्याप्त है । महोदय उ ० प्र ० लेखपाल संघ भ्रष्टाचार का विरोधी है किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार पर रोक लगाया जाना स्वच्छ प्रशासन एवं कल्याणकारी राज्य के लिए आवश्यक है किन्तु टार्गेट पूरा करने अथवा जनसामान्य में सरकारी कर्मचारियों की छवि खराब करने के उद्देश्य से किसी भी लेखपाल / कर्मचारी को साजिशन फंसाया जाना अथवा सामान्य शिकायत मात्र के आधार पर जबरन गिरफ्तार किया जाना कर्मचारी एवं उसके परिवार के भविष्य को बर्बाद करने जैसा बड़ा पाप है । वर्षों तक मुकदमा ट्रायल के पश्चात आरोप मुक्त होने के बावजूद कर्मचारी पर लगा कलंक / सामाजिक प्रतिष्ठा एवं आर्थिक व मानसिक प्रताड़ना तथा विभाग की धूमिल हुई छवि की प्रतिपूर्ति नहीं हो पाती है । महोदय से निवेदन है कि एण्टी करप्शन / विजिलेन्स ट्रैप की कार्यवाही के पूर्व प्री ट्रैप जांच में यह अवश्य जांच कर ली जाए कि उक्त प्रकरण में शिकायतकर्ता द्वारा पूर्व में लेखपाल / कर्मचारी के विरुद्ध रिश्वत मांगने की शिकायत प्रशासनिक स्तर पर की थी अथवा साजिशन फंसाने की नियत से प्रथम बार सीधे एण्टी करप्शन विभाग में ही शिकायत की गयी है क्या उक्त कर्मचारी / लेखपाल के विरुद्ध पूर्व में भी अन्य कोई भ्रष्टाचार की शिकायत / कार्यवाही हुई है जिनके आधार पर उसे भ्रष्ट प्रवृत्ति का कर्मचारी मानते हुए ट्रैप की कार्यवाही की जा रही है । शिकायत में उल्लिखित कार्य लेखपाल दायित्व से सम्बन्धित है अथवा उच्च अधिकारी / न्यायालय से सम्बन्धित है यदि शिकायतकर्ता का कार्य लेखपाल दायित्वों से सम्बन्धित न होने के बावजूद शिकायतकर्ता लेखपाल से कार्य कराने का विधि विरूद्ध प्रयास करता है तो रिश्वत देने के प्रयास में उसके विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत होना चाहिए । किसी दलाल / साजिशकर्ता के द्वारा पैसा / रिश्वत लेने के आधार पर लेखपाल / कर्मचारी को गिरफ्तार करने पर रोक लगायी जाए । पूर्व में भी प्रमुख सचिव गृह को मिलकर अनुरोध किया जा चुका है किन्तु फर्जी / जबरन ट्रैप की घटनाओं पर रोक नहीं लग रही है । ऐसे भययुक्त माहौल में ईमानदार कर्मचारी भी सही कार्य करने में डर रहा है । फर्जी / जबरन ट्रैपिंग की घटनाओं से लेखपाल आकोशित एवं आन्दोलित है । उपरोक्त तथ्यों के दृष्टिगत एण्टी करप्शन / विजिलेन्स विभाग को विस्तृत दिशा निर्देश निर्गत किए जाएं जनपद लखनऊ में सम्बन्धित सर्तकता अधिष्ठान कर्मचारी एवं रिश्तेदार के अवैध कब्जे एवं अवैध प्लाटिंग की जांच करवाकर कठोर कार्यवाही करें। इस मौके पर लेखपाल सचिन गर्ग हरीश कुमार नरेंद्र कुमार ईश्वर सिंह नरेश शर्मा मुकेश शर्मा धर्मवीर सिंह जयप्रकाश सिंह जयकिशन सिंह हर्षित माथुर अनूप शर्मा लवकेश सिंह नीरज कुमार अक्लिम खगेश कुमार अनिल लोधी राहुल शर्मा अभिषेक शर्मा आदि शामिल रहे।

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