*लॉर्ड बुद्धा एजूकेशनल सोसायटी ने मनाया 207 वाँ शौर्य दिवस।*
विशेष संवाददाता डीके निगम
अलीगढ़/लॉर्ड बुद्धा एजूकेशनल सोसायटी अलीगढ़ द्वारा 207 वां शौर्य दिवस (भीमा कोरेगांव क्रांति दिवस)ग्राम-नूरपुर, पोस्ट-बीठना, जिला अलीगढ़ में
में मनाया गया,जिसकी अध्यक्षता श्रद्धेय कालीचरण प्रजापति ने और संचालन श्रद्धेय यशवीर सिंह ने किया।आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रद्धेय प्रताप सिंह बौद्ध और विशिष्ट अतिथि श्रद्धेय चंद्रप्रकाश मौर्य रहे।
मुख्य वक्ता श्रद्धेय पूरन सिंह ने बताया कि 1 जनवरी 1818 को पूना के पास भीमा नदी के तट पर पेशवाई सेना और महारों के बीच भीषण संग्राम हुआ जिसमें 500 महारों ने 28000 पेशवाई सेना का कत्लेआम कर दिया और युद्ध में पराजित किया उन्हीं की याद में हर वर्ष शौर्य दिवस मनाया जाता है, विशिष्ट अतिथि श्रद्धेय चंद्रप्रकाश मौर्य ने भीमा कोरेगांव के संघर्ष के बारे में बताया कि ये हमारे लिए गर्व का दिन है कि बहुजन समाज के योद्धाओं ने पेशवाई सेना को रोंद दिया था,
श्रद्धेय वीरपाल सिंह माहौर जी ने बताया कि महार समाज इस देश का शासक रहा है लेकिन यहाँ की मनुवादी व्यवस्था ने उनको वो महत्व नहीं दिया जो उनको मिलना चाहिए था,तथा उन्होंने इस वीर जाति को नीच कर्म करने के लिए मजबूर कर दिया था, लेकिन अब हम अपने वीर योद्धाओं के जीवन संघर्ष की कहानी पूरे देश के बहुजन समाज को बतायेंगे जिससे कि वो अपने आप पर गर्व कर सके,श्रद्धेय मुकेश वसुंधर जी ने बहुजन महापुरुषों के जीवन संघर्ष पर अपने विचार रखे,श्रद्धेय राजवीर सिंह जी ने बताया कि आज फिर से एक बार भीमा कोरेगांव की क्रांति की जरूरत है साथ ही साथ समाज में व्याप्त सामाजिक कुरुतियों अन्धविश्वास,रूढ़िवादिता,पाखंडवाद से दूर रहने और बहुजन महापुरुषों के बताये रास्ते पर चलने का आव्हान किया।
आज के कार्यक्रम में संजीव कुमार प्रधान, ज्ञानपाल, चंद्रपाल मास्टर जी, देशराज सिंह, वेदप्रकाश, उर्मिला देवी, कुमारी निशा, कुमारी काजल, गुंजन गौतम आदि सहित समस्त ग्रामवासियों ने अपनी सहभागिता निभाई।