झोलाछाप डाक्टरों के लिए बड़ा मुफीद है डिबाई नगर व ग्रामीण क्षेत्र
बैखौफ आपरेशन तक कर देते दसबी पास झोलाछाप ,मरीज के साथ होती
है अनहोनी घटना
डिबाई जनसागर टुडे अजय शर्मा की रिपोर्ट
डिबाई नगर में कुकुरमुत्तौ की तरह फैले हुए प्राइवेट अस्पताल व नर्सिंग होम कि पिछले कुछ वर्षो में बाढ सी आ गई है जो कल तक एक स्टूल और मेज लेकर डाक्टर का बोर्ड लगाकर मरीज को पुड़िया बना कर देते थे आज उन्होंने बड़े आलीशान बिल्डिंग में अपने अस्पताल खोल रखे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण भीमपुर दोराहे से कादरीवाग कसैर स्टेशन तक देखा जा सकता है अभी कुछ दिन पहले प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने झोलाछाप डॉक्टरों व ऐसे नर्सिंग होम अस्पतालों व पैथोलॉजी लैब की जांच कर तुरंत बंद कराने के आदेश सभी जिलों के विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये थें लेकिन उस आदेश को विभागीय अधिकारियों ने पलीता लगा दिया कहीं पर कोई जमीनी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई हां अधिकारियों ने खानापूर्ति अवश्य ही की है क्या मुख्यमंत्री के आदेश धज्जियां उड़ाने के लिऐ होते हैं विभागीय सांठगांठ झोलाछापों के हौसलों को और बुलंद कर देता है सरकार से जनता क्या उम्मीद कर सकतीं अच्छा स्वास्थ्य अच्छा इलाज अच्छे रोजगार अच्छी शिक्षा लेकिन जमीनी स्तर पर केवल सब अपेक्षाओ के बदले में मिलता एक सारहीन भाषण अधिकारियों द्वारा जांच व पेटभर आश्वासन क्या जनता यही चाहती है जैसा राजा वैसी प्रजा क्या उम्मीद कर सकते हैं भोली जनता की इलाज के नाम चमड़ी उतारना फिर भी इनके खिलाफ कार्रवाही न करना सिस्टम और सरकार दोनों पर सवालिया निशान अवश्य छोड़कर जाते ऐसा कब-तक चलेगा।