- जनाब! खेत नही, यह है कुछेजा गांव का आदर्श तालाब
बुलंदशहर । क्षेत्र के गांव कुछेजा में आबादी के बीचों बीच एक आदर्श तालाब है, लेकिन यह आजकल उपेक्षा का शिकार है। इसके चलते इसमें जलकुंभी व झाड़ियां उग आई है। इसके जीर्णोद्धार के लिए आज तक किसी भी अधिकारी ने सुध नहीं ली है। बारिश के कारण इसका पानी लोगों के घरों में प्रवेश करने लगता है।
- विकासखंड बुलंदशहर क्षेत्र के गांव कुछेजा में कई वर्षो से आदर्श तालाब की न ही तो सफाई हो सकी न ही तार बंदी हो सकी और तालाब में दलदल बनी हुई है। अनेको बार तालाब में हरियाली देख कर पशु घास को चरने के लिए घुस जाते है। जोकि दलदल में फंस कर मौत भी हो गई है। ग्रामीणों ने बताया है कि वर्तमान में तालाब जलकुंभी व झाड़ियां से ढक गया है। जिसमें कई तरह की गंदगी होने से पानी सढांध भी मारने लगा है। जिसमें कई तरह के जहरीले जीव जंतुओं ने डेरा बना लिया है। इस तालाब के जीर्णोद्धार तो आज तक किया नही गया और ना ही इसको साफ कराने की अधिकारियों ने जहमत तक नही उठाई। लेकिन आज यह तालाब जिस स्थिति में दिखाई दे रहा है। उससे नहीं लगता कि इसमें कभी कोई काम हुआ हो। इतना ही नहीं इस तालाब में कभी किसी अधिकारी ने पानी भरवाने की भी जहमत नहीं उठाई है। यह अनदेखी का ही नतीजा है कि यह आदर्श तालाब बद से बदतर तालाबों की श्रेणी में शामिल हो गया है। बारिश के कारण इन दिनों में तालाब का पानी ग्रामीणों के घरों तक प्रवेश कर रहा है। कुल मिलाकर कभी ग्रामीणों के लिए वरदान यह तालाब अब ग्रामीणों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है। वही ग्रामीण आदर्श तालाबों का अधिकांश प्रयोग उपले पाथने में कर रहे है। समरसेबल का पानी तालाब में पहुंचने पर गांव के रास्तो में घूम व घरों में घुस रहा है। जिसमें जल भराव होने के कारण मच्छर को प्रकोव बढ़ रहा है। और ग्रामीण बुखार की चपेट में आ रहे है। इस संबंध में ग्राम सचिव हरीश सिंह का कहना है कि तालाब की जल्द साफ सफाई कर दी जाएगी।