यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, ओमेगा-1, ग्रेटर नोएडा द्वारा हृदय स्वास्थ्य जागरूकता के लिए वॉकाथॉन का आयोजन
अलीगढ़,: यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, ओमेगा-1, ग्रेटर नोएडा ने आज अलीगढ़ में हृदय स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए वॉकाथॉन का आयोजन किया। ‘#चलता_रहे_मेरा_दिल’ शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में हृदय रोगों की बढ़ती समस्या पर प्रकाश डालना और सरल जीवनशैली में बदलावों के जरिए हृदय स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाना था।इस वॉकाथॉन का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री मृगांक शेखर पाठक (आईपीएस) – पुलिस अधीक्षक-अलीगढ़ और विशिष्ट अतिथियों में श्री संजय मिश्रा-एसीएम अलीगढ़, डॉ. नीरज त्यागी- मुख्य चिकित्सा अधिकारी-अलीगढ़, डॉ. राजीव वार्ष्णेय – अध्यक्ष, आईएमए, अलीगढ़, डॉ. शशि शर्मा-अध्यक्ष लायंस क्लब द्वारा प्रातः 6:00 बजे महारानी अहिल्याबाई होल्कर स्पोर्ट्स स्टेडियम, रामघाट रोड, अलीगढ़ में किया गया।इस आयोजन में 800 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें स्थानीय आवासीय सोसायटियों के निवासी और वरिष्ठ नागरिक शामिल थे। सभी उपस्थित प्रतिभागियों को नि:शुल्क टी-शर्ट और जलपान प्रदान किया गया, साथ ही विजेताओं को साइकिल जैसे आकर्षक पुरस्कार भी दिए गए। इसके अलावा, सभी प्रतिभागियों को हृदय स्वास्थ्य जांच के लिए मुफ्त कूपन भी वितरित किए गए।वॉकाथॉन के बाद, ज़ुम्बा सत्र का आयोजन किया गया और ‘हृदय स्वास्थ्य’ पर एक इंटरएक्टिव सत्र आयोजित किया गया, जिसे यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के सहायक चिकित्सा निदेशक डॉ. सुनील कुमार बलियान, यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, ओमेगा-1 ग्रेटर नोएडा से डॉ. अजीत सिंह-सलाहकार- कार्डियोलॉजी और डॉ. अरुण शर्मा ने संबोधित किया। चर्चा में नियमित शारीरिक गतिविधि, संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली के महत्व को हृदय रोगों की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण बताया गया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री मृगांक शेखर पाठक (आईपीएस) – पुलिस अधीक्षक-अलीगढ़ ने कहा, “मैं यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के प्रयासों की सराहना करता हूं, जिन्होंने इस आयोजन के माध्यम से विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया है। छोटे-छोटे जीवनशैली में बदलाव जानलेवा जोखिमों को कम कर सकते हैं। आज की तेज रफ्तार जीवनशैली, काम का अत्यधिक दबाव और सोशल मीडिया की व्यापकता हमारे स्वास्थ्य पर अप्रत्याशित असर डाल रही है, जिसका हमें एहसास भी नहीं होता। यह आवश्यक है कि हम रुककर अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और अपने दैनिक जीवन में स्वस्थ आदतों को शामिल करें ताकि हम अपने दिल और समग्र स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकें।”यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के सहायक चिकित्सा निदेशक डॉ. सुनील कुमार बलियान ने कहा, “हृदय रोगों के मामले बढ़ रहे हैं, जिसका मुख्य कारण खराब और निष्क्रिय जीवनशैली है, और यह चिंताजनक है कि कई भारतीय अभी भी हृदयाघात के शुरुआती लक्षणों से अनभिज्ञ हैं। इस तरह के सार्वजनिक आयोजन, जैसे यह वॉकाथॉन, जागरूकता फैलाने और लोगों को हृदयाघात की रोकथाम व इससे बचाव के तरीकों के बारे में शिक्षित करने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।”रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में 2.8 मिलियन से अधिक लोग हृदय रोग के जोखिम में हैं, जिनमें से अधिकांश इस बात से अनजान हैं कि उनकी लापरवाह आदतें उनके हृदय स्वास्थ्य को खतरे में डाल रही हैं। हृदय रोगों की रोकथाम का सबसे सरल तरीका है निष्क्रिय जीवनशैली और मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप को बढ़ावा देने वाले खानपान से बचना।