आजमगढ़ / सूरज सिंह – क्रन्तिकारी युवा मोर्चा के अध्यक्ष रोशन सिंह क्रांतिकारि ने अपने जीवन साथी प्रगति सिंह के साथ सत्यनारायण जी के पाठ के सुरावत के साथ एक अनोखे तौर पर अपना पहला वैवाहिक वर्ष गांठ मनाये | जन्मदिवस संस्कार की भांति ही विवाह दिवस संस्कार को भी खासतौर से महत्वपूर्ण माना गया है। जिस प्रकार से शास्त्रों में व्यक्ति के जन्मदिवस को मनाया जाना ख़ासा महत्वपूर्ण माना जाता है उसी प्रकार से शादी की सालगिरह को भी विधि विधान के साथ संपन्न करवाने का ख़ासा महत्व है। शास्त्रों में लिखा है कि जिस प्रकार से अविवाहित लोगों के लिए विवाह संस्कार की ख़ास महत्ता है उसी प्रकार से शादीशुदा लोगों के लिए विवाह दिवस की भी विशेष अहमियत है। विवाह सालगिरह को एक उत्सव के रूप में मनाया जाना चाहिए, अगर विवाह से जुड़े सभी विधि विधान ना भी किये जाए तो कम से कम उनमें से कुछ प्रमुख विधियों को तो जरूर दोहराना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि अगर विवाह दिवस के दिन एक छोटे उत्सव का आयोजन कर परिवार और मित्रों के साथ इस दिन को हर्षपूर्वक मनाया जाए तो इससे शादीशुदा जोड़े के बीच प्रेम की भावना बढ़ती है। साथ ही जीवन के आम दिनों में दोनों के बीच पैदा होने वाली शिकायतें भी दूर होती है, इस लिहाज से भी विवाह दिवस संस्कार का क्रियान्वयन करना बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन विवाहित जोड़े साथ में बिताये गए तमाम ख़ास मौकों को याद कर जीवन की एक नई दिशा में शुरुआत कर सकते हैं। विवाहित जोड़े अपने रिश्ते को एक बार फिर से जीवंत करने और अनजाने में हुई भूल चूक का सुधार करने के लिए हर वर्ष विवाह दिवस संस्कार को विशेष रूप से संपन्न करें तो इससे कोई हानि नहीं है बल्कि इसके लाभ ही लाभ हैं। विवाह दिवस संस्कार एक ऐसा संस्कार है जिसे दुनिया के सभी देशों में सभी धर्म के लोग अलग-अलग तरीके से मानते हैं। हिन्दू धर्म में विवाह दिवस संस्कार को संपन्न करने के लिए कुछ विशेष विधि बताई गयी है। रोशन सिंह के वर्ष गांठ की बधाई देने क्षेत्र के कई गणमान्य ने पहुंच कर बधाई दिया | जिसमे मुख्य रूप से पाल्हना ब्लॉक प्रमुख अनुराग सिंह सोनू, पल्हना मण्डल अध्यक्ष विक्रांत सिंह, मुकेश सिंह, पंकज सिंह मऊपरासिन सोनू सिंह, अंशु सिंह,पत्रकार डॉ रामसुन्दर रविषेक सिंह, शशांक मिश्रा, आदि क्षेत्र के कई युवा साथीयों और युवा मोर्चा की टीम बधाई देने पहुंचे |