जनसागर टुडे
गाजियाबाद –
भारत की स्वतंत्रता , सम्मान एवं सुरक्षा हेतु अनेक हुतात्माओं ने अपना सर्वस्व बलिदान किया था जिनमे से कुछ के वंशज आज भी प्रेरणा स्तोत्र हैं परन्तु विडंबना यह है की इतिहासकारो ने सभी महान हुतात्माओं के विषय में नहीं लिखा जिसके कारण उनकी वंशावली की जानकारी भारतीयों के पास है ही नहीं । अतः स्वतंत्रा सेनानियों की इसी बेल के एक अंश कैप्टन विकास गुप्ता के विषय में इस लेख के माध्यम से कुछ जानकारी साझा करने का प्रयास करेंगे। आपको बता दें की कैप्टन विकास गुप्ता के दादा जी स्व सत्यदेव गुप्ता जी अप्रतिम स्वतंत्रा सेनानी थे जिसके चलते उन्हें 1932 एवं 1942 में दो बार जेल जाना पड़ा । स्वतंत्रता के पश्चात पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी द्वारा उन्हें ताम्र पत्र से सम्मानित भी किया गया । ठीक इसी प्रकार कैप्टन विकास गुप्ता जी के दादा जी के भाई स्व हरगोविंद गुप्ता ने भी स्वतंत्रता हेतु काकोरी चैन डकैती जैसे बड़े आंदोलन को चंद्रशेखर आजाद, राम प्रसाद बिस्मिल , रोशन सिंह आदि जैसे बड़े क्रांतिकारियों के साथ मिलकर न केवल क्रियान्वित किया अपितु धन आदि की व्यवस्था भी करवाई जिसके कारण 1926 से लेकर 1946 तक उन्हें कठोर कारावास काटनी पड़ी , इस काकोरी काण्ड में लगभग 26 स्वतंत्रता सेनानियों के विरुद्ध अंग्रेजी शासन द्वारा कार्यवाही की गयी थी । इसके अतिरिक्त कैप्टन विकास गुप्ता के नाना स्व राजाराम गुप्ता जी भी विलक्षण स्वत्रतता सेनानी थे जिसके चलते उन्होंने भी लम्बे समय तक आगरा सेंट्रल जेल में कारावास काटी । कैप्टन विकास गुप्ता जी के पिता जी ने भी देश सेवा करते हुए नगर निगम गाजियाबाद एवं खाद्य एवं स्वास्थ्य विभाग में बतौर निरीक्षक अपनी सेवाएं प्रदान की । अतः रक्त में प्रवाहित राष्ट्र सेवा की भावना एवं प्रथा का पालन करते हुए कैप्टन विकास गुप्ता जी ने भारत की सेवा हेतु दिनांक 26.08.1994 में आर्मी की 109 इंजीनियर रेजिमेंट सागर कैंट मध्य प्रदेश में बतौर लेफ्टिनेंट के पद को ग्रहण किया तत्पश्चात अच्छी सेवाओं के चलते 1996 में कैप्टन पद पर पदोन्नति प्राप्त की । कैप्टन विकास गुप्ता के जज्बे को देखते हुए उन्हें बम निष्क्रिय विभाग में इंचार्ज बनाकर भेजा गया जहाँ पर उन्होंने सर्विलांस सिस्टम में काफी सुधार किए जिसके चलते आडवाणी जी के समय में कोयंबटूर बम ब्लास्ट निरीक्षण की सफल रिपोर्ट से गृह मंत्रालय को बहुत सहायता प्राप्त हुई । कैप्टन विकास गुप्ता को प्रधानमंत्री कार्यालय में बतौर बम विशेषज्ञ अपनी सेवाएं देने का अवसर प्राप्त हुआ जिसके चलते पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी जी और गुजराल जी के कार्यकाल में उन्हें उत्तम सेवाओं हेतु नामांकित भी किए गया और कैप्टन विकास गुप्ता ने बम निष्क्रिय संबंधित अपनी विलक्षण प्रतिभा से NSG/RAW/CBI/IB जैसी फोर्स को प्रक्षिशित भी किया तत्पश्चात कैप्टन विकास गुप्ता जी ने वर्ष 2000 में अपना कार्यकाल पूर्ण किया। कैप्टन विकास गुप्ता इसके पश्चात भी नहीं रुके उन्होंने UPSC में सफलता प्राप्त कर वर्ष 2001 में ASST COMM EXCISE का पद ग्रहण किया। वर्ष 2006 में सेवा मुक्त होकर उन्होंने राष्ट्रवादी विचारधारा से प्रेरित होकर भाजपा में पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के पद का दायित्व वर्ष 2008 से 2010 तक संभाला तत्पश्चात 2010 से 2015 तक राष्ट्रीय सह संयोजक (पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ) के पद का भी दायित्व प्रदान किया गया । वर्ष 2008 से 2017 तक कैप्टन विकास गुप्ता प्रदेश कार्यकारिणी के स्थायी सदस्य भी रहे और वर्तमान योगी जी महाराज की सरकार में उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान के चेयरमैन ( दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री ) के पद पर कार्यरत हैं ।