जनसागर टुडे /उस्मान चौधरी
गाजियाबाद। सपनों की रेल पर गाजियाबाद के लोग छह महीने बाद भी सवार नहीं हो सके हैं। जनवरी में शुरू हुआ मुख्य ट्रायल जुलाई में भी चल रहा है। देश की पहली तेज रफ्तार रेल बिना सवारी ही पटरी पर सरपट दौड़ रही है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट काॅरपोरेशन ( एनसीआरटीसी )के अधिकारियों का कहना है कि यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है इसलिए जब तक वह लोकार्पण नहीं करेंगे तब तक लोगों के लिए रेल नहीं चलाई जाएगी। बसे पहले प्राथमिक खंड में साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर रैपिड लोगों के लिए चलाई जाएगी। इस खंड में सभी काम पूरे होने के बाद पिछले छह महीने से रेल को बिना सवारी दौड़ाया जा रहा है। इस खंड में पांच स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो हैं। ये स्टेशन तिरंगा लाइटों से जगमग हो रहे हैं। यात्री भी इस ट्रेन पर सवार होने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
2025 तक दिल्ली से मेरठ तक संचालन का लक्ष्य
2018 में शुरू हुआ ड्रीम प्रोजेक्ट करीब 75 फीसदी पूरा हो चुका है। दिल्ली से मेरठ के बीच 25 स्टेशन बनाए गए हैं। मार्च 2023 में पहले चरण में दुहाई से साहिबाबाद के बीच रेल संचालन होना था। जबकि 2025 में पूरे कॉरिडोर पर संचालन होना है। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद इसके उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री की राह पिछले चार महीने से देखी जा रही है।
पीएमओ से मांगा गया है कार्यक्रम
एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स का कहना है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए पीएमओ से समय मांगा गया है। अगस्त में कार्यक्रम का समय मिलने की उम्मीद है। मंत्रालय की ओर से पत्र व्यवहार किया जा रहा है।