जनसागर टुडे
गाजियाबाद- विजयनगर स्थित जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल में शनिवार को छात्र-छात्राओं की रचनात्मक वाचन क्षमता व वैज्ञानिक सोच को विकसित करने के लिए इनोवेटिव ब्रेन नई शिक्षा नीति (NEP-2020) पर आधारित विषय संवर्धन गतिविधियों के अन्तर्गत क्रियात्मक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
प्रदर्शनी में स्कूल के कक्षा 6 से 12 तक के लगभग 800 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभागिता की एवं अपनी रचनात्मक वाचन क्षमता व वैज्ञानिक सोच से सभी को प्रभावित किया। प्रदर्शनी का उदघाटन मुख्य अतिथि जेकेजी स्कूल ग्रुप के चेयरमैन जे.के. गौड़ ने किया। जे. के. गौड़ ने कहा कि विज्ञान ने तरक्की के द्वार खोल दिए हैं। विज्ञान गागर में सागर की तरह है। मौसम में बदलाव हो या फिर खेत-खलिहान का काम हो, किसी बीमारी की दवा की खोज हो या फिर कोई निर्माण कार्य सब विज्ञान से ही जुड़े है। अतः बच्चों के अंदर वैज्ञानिक सोच को विकसित करना बहुत आवश्यक है। बच्चों की वैज्ञानिक सोच का फायदा उन्हें उनके परिवार व समाज को ही नहीं पूरे देश व विश्व को होगा।
स्कूल के निदेशक डॉ करूण कुमार गौड़ ने कहा कि प्रत्येक कार्य में विज्ञान की अहम भूमिका है। विज्ञान को समझाने व जानने के लिए सीखने की नहीं बल्कि व्यवहार में लाने की जरूरत है। बच्चों की वैज्ञानिक सोच को विकसित करने के लिए कम उम्र में ही उनके कौशल विकास के लिए उत्सुकता व जुनून पैदा करना होगा, जो ऐसे आयोजन से ही संभव है।
स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती अंजू गौड ने सभी का स्वागत किया और कहा कि स्कूल का प्रयास है कि बच्चे सिर्फ शिक्षित ही ना हों, बल्कि उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा मिले और उनकी वैज्ञानिक सोच विकसित होने के साथ साथ उनमें अनुभवात्मक शिक्षण की कौशलता को बढ़ावा मिलें जिसके द्वारा वे नए-नए आविष्कार करें और उनके माध्यम से समाज व हमारा देश विकास के नए आयाम स्थापित करे साथ ही हमारा देश पुनः विश्व गुरू बनें इसी अभिलाषा के साथ प्रदर्शनी में स्कूल के बच्चों ने विषय वार मॉडल प्रस्तुत किए जिनकी सभी ने सराहना की हास्य कवि सम्मेलन, नाटक व नृत्य की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही।
गणित विज्ञान, सामान्य विज्ञान व भाषा आधारित स्वचालित मॉडल, विषय आधारित खेल टेटू मेहंदी आदि के स्टॉल पर अभिभावकों की भीड लगी रही। अभिभावकों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए लगाए गए नेस्ट स्टॉल ने भी सभी को आकर्षित किया।