जनसागर टुडे-
साहिबाबाद– पेशावर कांड के महानायक वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली को पार्षद प्रत्याशी वार्ड 78 पवन सक्सेना ने शालीमार गार्डन स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प और पुष्प माला अर्पित कर उनको याद किया और लोगों को उनकी वीरता के बारे में बताया।
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली का जन्म 25 दिसम्बर 1891 में हुआ था। चन्द्रसिंह के पूर्वज गढ़वाल की राजधानी चांदपुरगढ़ के थे। चन्द्र सिंह के पिता का नाम जलौथ सिंह भंडारी था और वह एक अनपढ़ किसान थे। इसी कारण चन्द्र सिंह को भी वो शिक्षित नहीं कर सके पर चन्द्र सिंह ने अपनी मेहनत से ही पढ़ना लिखना सीख लिया था।वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली को भारतीय इतिहास में पेशावर कांड के नायक के रूप में याद किया जाता है। 23 अप्रैल 1930 को हवलदार मेजर वीरचन्द्र सिंह गढवाली के नेतृत्व में रॉयल गढवाल राइफल्स के जवानों ने भारत की आजादी के लिये लड़ने वाले निहत्थे लोगों पर गोली चलाने से मना कर दिया था। बिना गोली चले, बिना बम फटे पेशावर में इतना बड़ा धमाका हो गया कि एकाएक अंग्रेज भी हक्के-बक्के रह गये, उन्हें अपने पैरों तले जमीन खिसकती हुई सी महसूस होने लगी।पेशावर कांड की वर्षगांठ पर उनको याद करने, पवन सक्सेना के साथ दीपक रावत, नीरज कुमार, जी.एस.नेगी, राजेंद्र रावत ,अरनव रावत ,राकेश भंडारी ,सौरभ पंत, जगत भट्ट ,के एस जोशी समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दरसाई।