जन सागर टुडे
गाजियाबाद- उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी अजय गुप्ता ने कहा कि
नगर निगम के चुनाव नजदीक आते ही शहर में “कर्मशील””जुझारू” “मेहनती”और “कर्मशील” दुख सुख में साथ देने वालो लोगों की तादाद इतनी बढ़ गई है,महानगरबासी भी हैरान है, इतने कर्मशील लोग,जब शहर कोरोनावायरस से पीड़ित था, तब इनका कहीं अता पता नहीं था,यहां तक की सरकारी महकमे का काम भी,जैसे बोट बनवाना,कहां बननी है,कैसे बननी है,यह लोग बखूबी कर रहे हैं,2 साल के लोग डाउन में,जब महानगर वासी और व्यापारी कोरोना के तांडव से त्रस्त थे,कहां ऑक्सीजन मिलनी है,किसको अस्पताल में एडमिट कराना है,जो प्रशासन अकेले इस महामारी से लड़ रहा था,तब इनका आता पता नहीं था,हमने देखा है अपनी मेयर को लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों पर लाठियां भांजते जो उनका कर्तव्य था,शहर के नागरिकों की सुरक्षा करने के लिए,कुछ पार्षदों को,उसमें प्रमुख अर्चना सिंह,मनोज गोयल विनोद कसाना,कुछ सरकारी संस्थाओं,सिविल डिफेंस,और प्रशासन,और मीडिया कर्मी के साथ-साथ समाज के कुछ लोगों ने मेहनत करी,कोरोना के तांडव को खत्म करने की,2021 अप्रैल से मई तक का समय शहर वासियों के लिए एक काला अध्याय बनकर रह गया,क्योंकि हर गली,हर नुक्कड़ पर,उस समय मातम छाया हुआ था,जब जरूरत थी,शहर के नागरिकों को,समाजसेवियों की,आज समय बदल गया है,पर उस समय के मंजर को देखते हुए प्रतिनिधि चुनने का,सम्मान करो,डॉक्टर,नर्स,सफाई कर्मचारी,और पुलिसकर्मियों का,प्रशासन के आला अफसरों का,की खुद कोरोना पौजिटिंग होने के बावजूद भी,महानगर वासियों की सेवा में लगे रहे,हम उनका वंदन अभिनंदन करते हैं,