Thursday, November 21, 2024
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रेल मंत्रालय के रोजाना नादरशाही फरमानों ने रेलवे कैटरिंग को तबाह करके रख दिया : रवींद्र गुप्ता

जनसागर टुडे
कोटा। अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसी वेलफेयर एसोसिएशन की एक विशेष बैठक जैन धर्मशाला भीम मंडी कोटा में आयोजित की गई बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर अब्दुल खालिद मंडलीय मंत्री पश्चिम मध्य रेलवे मजदूर संघ ने भाग लिया बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र गुप्ता ने की बैठक का आयोजन कोटा मंडल के संयोजक केवल सिंह ने किया था। मुख्य अतिथि अब्दुल खालिद एवं राष्ट्रीय पदाधिकारियों का मंडल के सदस्यों द्वारा फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अब्दुल खालिद ने कहा कि खान पान लाइसेंसिज की सभी मांगों का हम समर्थन करते है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि पश्चिम मध्य रेलवे मज़दूर संघ कंधे कंधे मिलाकर मांगों को मनमाने के लिये अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसीज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र गुप्ता के साथ मिलकर संघर्ष करेगी।बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्षता कर रहे एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुप्ता रविंद्र गुप्ता ने कहा की किसी जमाने में रेल विभाग की रेलवे स्टेशनों और रेल गाडिय़ों में कैंटरिंग सुविधा रेल पैसेंजरों के लिए बिना लाभ-हानि के एक सुविधाजनक सर्विस प्रोवाईड करने का जरिया था। परंतु समय की बदलती रफ्तार  ने सब कुछ बदल कर रख दिया।
 उन्होंने कहा कि कि आज यह सुविधा कॉमर्शियलाइजेशन का एक विशाल रूप धारण कर चुकी है। गत कई वर्षों से रेलवे का कैंटरिंग विभाग लगातार चर्चा में बना हुआ है, क्योंकि ए.सी. रूमों में बैठने वाले रेलवे बोर्ड की अफसरों द्वारा जमीनी हकीकत को समझे बिना कैटरिंग पॉलसी बनाकर रेलवे कैंटरिंग के कारोबार को दलदल में धकेल कर तबाह करके रख दिया।
रेलवे स्टेशनों पर पैसेंजरों को प्रोवाईड की जाने वाली कैंटरिंग सुविधा का व्यापारीकरण करके रख दिया गया है। अपनी चार-चार पीढिय़ां इस कारोबार में खपा चुके पुराने छोटे-छोटे ठेकेदारों के सामने रोजी-रोटी की समस्या पैदा हो गई है।
   रवीन्द्र गुप्ता ने कहा कि रेलवे द्वारा पिछले 10 वर्षों में लाईसैंस फीस  में 500 गुना से ज्यादा  बढ़ा दी गयी है दूसरी तरफ रेल विभाग द्वारा खाद्य पदार्थों के रेट  नहीं बढ़ाए गए, जबकि 2012 से अब तक महंगाई कई गुना बढ़ चुकी है। ऊपर से 18% GST वसूली जा रही है, भला ऐसी स्थिति में गुणवत्ता आएगी तो कहां से। इस समस्या की तरफ रेल विभाग ने कभी भी गंभीरता और संजीदगी के साथ विचार नहीं किया। बाजार में भी  10- 20 रुपए में प्रति कप चाय मिलती है, जबकि रेलवे स्टेशनों पर लाखों रुपए लाईसैंस फीस देने वाले ठेकेदार आज भी 2012 में निर्धारित मूल्य पर खाद्य पदार्थों की बिक्री कर रहे हैं। अफसरशाही द्वारा ठेकेदारों को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए यह सब कुछ एक सोची समझी साजिश के तहत किया जा रहा है जबकि रेलवे की अपनी ईकाई आई.आर.सी.टी.सी. के लिए हर वर्ष बाजार मूल्य के अनुरूप रेट तय किए जाते है, जबकि स्टेटिक यूनिट के ठेकेदारों का शोषण किया जा रहा है।
  गुप्ता ने कहा कि एक तरफ बड़ी-बड़ी कम्पनियों के सौ-सौ स्टालों का नवीनिकरण किया जा रहा है वहीं चार या पाँच स्टाल वालों से एक यूनिट को छोड़ कर सभी यूनिटों को रेलवे द्वारा सरेन्डर करने के लिए कहा जा रहा है। जोकि स्वयं प्रदाता ठेकेदारों के साथ घोर अन्याय है। उन्होंने इसे दूर करने की माँग की।
खान पान लाईसेंसी की मृत्यु के बाद उसके वारिस के नाम लाईसेंस ट्रांसफर किया जाता है। जिसमें भ्रष्टाचार के कारण महीनों का समय लगता है। उसके बाद भी बन्द यूनिट की लाइसेंस फीस रेलवे द्वारा वसूली जाती है। मुझे पता चला है कि ऐसे मामले कोटा मंडल में सर्वाधिक है।
रवीन्द्र गुप्ता ने कहा कि हमने सरकार को सुझाव दिया है कि लाईसेंसी की इच्छानुसार उसके जीते-जी उसके वारिस का नाम लाइसेंस में जोड़ दिया जाना चाहिए। इससे रेलवे के ऊपर कोई आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा, भ्रष्टाचार पर रोक लग सकेगी एवं मृतक लाइसेंसी के परिवार जनों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं से आज जूझना पड़ रहा है। उससे राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि प्लेटफार्म पर कॉमर्शियल गैस सिलेंडर इस्तेमाल न करने से यात्रियों को गर्म चाय व खाने से वंचित होना पड़ता है। इंडेक्शन प्लेट द्वारा सभी तरह के सनैक्स निकालना असंभव है जिससे ठेकेदारों की ब्रिकी प्रभावित होती है और उन्हें लाईसेंस फीस भरने में भारी दिक्कत होती है। बैठक के बाद खालिद जी के नेतृत्त्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने एडिशनल मंडल रेल प्रबंधक मनोज जैन से मिलकर समस्याओं पर बिंदुवार चर्चा की उनके समाधान की मांग करते हुए एसोसिएशन के  अध्यक्ष रवींद्र गुप्ता ने कुछ सुझाव भी दिए। श्री जैन ने प्रतिनिधिमंडल की मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और शीघ्र कारवाही का आश्वासन दिया।
 बैठक को  एम.ए. लारी, चंद्र शेखर, सीताराम शर्मा, प्रवीण शर्मा, उदय सिंह, मोहम्मद,सतेंदर कुमार, राम प्रकाश इदरीश, पवन शर्मा, अशोक कुमार,हनुमान शर्मा, शर्मा इत्यादि ने संबोधित किया। मंच संचालन ओम प्रकाश ने किया।
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