जनसागर टुडे/ सुनील बाजपेई
कानपुर । यहां के बहुचर्चित नर्स बिंदू यादव उत्पीड़न मामले में शासन के निर्देश पर कमिश्नर राजशेखर ने 3 सदस्यीय कमेटी का गठन कर कार्डियोलॉजी निदेशक अस्पताल के अधीक्षक डॉ मौर्या समेत सभी आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ जांच शुरू करा दी है ।
इस बीच भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शुरू की गई जांच को अपने पक्ष में कराने के लिए कार्डियोलॉजी के निदेशक डॉ विजय कृष्ण समेत अन्य आरोपी डॉक्टर सभी तरह-तरह के हथकंडे भी अपना रहे हैं ,जिसके खिलाफ शिकायतकर्ता वरिष्ठ पत्रकार संतोष यादव ने शासन से भी आरोपी डॉक्टरों का कानपुर से तबादला किए जाने की मांग की है । उनका कहना है कि कार्डियोलॉजी के निदेशक डॉ विनय कृष्णा समेत अन्य सभी आरोपी डॉक्टर भी पैसे और ऊंची पहुंच के बल पर जांच को अपने पक्ष में प्रभावित कर सकते हैं |
हृदय रोग संस्थान के भरोसेमंद सूत्रों और शिकायतकर्ता वरिष्ठ पत्रकार संतोष यादव के मुताबिक अन्य आरोपी डॉक्टरों के सहयोग से जांच को अपने पक्ष में प्रभावित करने की सबसे अधिक कोशिश कार्डियोलॉजी के निदेशक डॉ विनय कृष्णा और हैलट अस्पताल के अधीक्षक डॉ मौर्या द्वारा की जा रही है। डॉक्टर विनय कृष्णा द्वारा ऐसा करने के पीछे उनका सबसे बड़ा स्वार्थ कार्डियोलॉजी का तीसरी बार निदेशक बनने का सपना पूरा करना बताया जाता है | इसी आधार पर वरिष्ठ पत्रकार संतोष यादव का कहना है कि कार्डियोलॉजी के निदेशक समेत सभी आरोपी डॉक्टरों के कानपुर में ही जमे रहने के फलस्वरूप जांच की निष्पक्षता और पारदर्शिता अवश्य ही प्रभावित होगी |
इसी लिए न्याय के लिए लंबे अरसे से जुझारू संघर्ष कर रहे स्टाफ नर्स बिंदु यादव के ससुर वरिष्ठ पत्रकार संतोष यादव ने इसबीच मुख्यमंत्री , प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा , मुख्य सचिव और आयुक्त कानपुर मंडल को एक पत्र लिखकर जांच को अपने पक्ष में प्रभावित करने का हर संभव प्रयास कर रहे खराब आंख वाले बताए जाने वाले हृदय रोग के डायरेक्टर डॉ विनय कृष्णा , हैलट अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश कुमार मौर्या , अपर इंडिया की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रीता गुप्ता चेस्ट अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक नीलेश त्रिपाठी को उनके मूल पदों से हटा कर अन्यत्र संबद्ध करने के बाद जांच कराए जाने की मांग की है |
अवगत कराते चलें बिंदु यादव के ससुर वरिष्ठ पत्रकार संतोष यादव ने ऑपरेशन आदि में मरीजों की जान को खतरा पैदा होने की वजह से कार्डियोलॉजी के तीसरी बार निदेशक बनने के प्रयास में लगातार जुटे डॉ विनय कृष्णा की एक आंख खराब होने की शिकायत शासन से करने के साथ ही डॉक्टर आरती लालचंदानी का भी कथित चिटठा भेज दिया था , जिसके बाद ही उत्पीड़न के इरादे से 4 फरवरी 2019 को स्टाफ नर्स बिंदु यादव की गैर मौजूदगी में प्रकरण में कोई भी मतलब नहीं होने के बाद भी उनकी सास पुष्पा यादव को जबरन बंधक बनाकर न केवल उनके हस्ताक्षर कराए थे बल्कि आवास में तोड़फोड़ करने के साथ ही स्टाफ नर्स बिंदु यादव का लाखों का सामान भी लूट लिया गया था | यहां तक की सामान की लिस्ट भी नहीं दी गई थी। सबसे खास बात यह भी इस मामले में आरोपी डॉक्टरों की ओर से तत्कालीन जिलाधिकारी को भी गुमराह किया गया था।
लेकिन अब इसी मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर कानपुर के कमिश्नर राजशेखर द्वारा तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर कराई जा रही जांच ने सभी आरोपी डॉक्टरों के होश उड़ा दिए हैं। जिसके लिए सभी आरोपियों ने जांच को अपने पक्ष में कराने के भी हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए हैं लेकिन क्या उनको इसका फायदा मिल पाएगा। या फिर जांच का परिणाम उन्हें जेल का रास्ता दिखाएगा। यह आने वाला वक्त ही बताएगा |