जन सागर टुडे
गाजियाबाद। भारत में ये ताज्जुब की बात नहीं मानी जाती है कि धर्मांधता में हर कोई एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की रेस में शामिल हो जाता है. वैसे इस तरह की हरकत कोई अनपढ़ शख्स करे, तो समझा जा सकता है. लेकिन, भारत में अनपढ़ ही नहीं, बड़े विद्वान भी तालिबान के पाले में खड़े हुए दिखाई पड़ रहे हैं । तलिबान का समर्थन करने वाले मुनव्वर राणा, सांसद शफीकुर्रहमान बर्क, ओवैसी, महबूबा मुफ्ती सहित तमाम ऐसे लोग जो तालिबान का समर्थन कर रहे हैं उनको चेतावनी देते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता व प्रयागराज से सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के विशेष सहयोगी पंकज त्यागी ने कहा कि ऐसे लोगों को देश से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए और देशद्रोह की कार्रवाई करते हुए अफगानिस्तान तालिबानी लड़ाकों के पास भेज देना चाहिए। पंकज त्यागी ने कहा कि ऐसे लोगों की हरकतें देखकर बहुत आश्चर्य होता है कि भारत में हैं रहते है और खाते भी हैं बावजूद इसके यह क्रूर तालिबानियों की हिमाकत करते हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग भारत से प्रेम करने वाले तो नहीं हो सकते क्योंकि भारत का नमक खाते हैं और तालिबान का समर्थन करके भारत से नमक हरामी करते हैं। ऐसे नमक हरामों को सरकार को जल्द से जल्द अपने तालिबानी आकाओं के पास पार्सल कर देना चाहिए। पंकज त्यागी ने कहा कि तालिबान को लेकर जगह-जगह से बयानबाजी हो रही है। दुख इस बात का है कि अपने देश की नीति से अलग होकर बयान दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती ने तो चुनौती ही दे डाली। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जिन साहित्यकारों, कवियों और कलाकारों को हमने सम्मान दिया उनमें से भी कई लोग तालिबान की वकालत कर रहे हैं। ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना भी जरूरी है। पंकज त्यागी ने आगे कहा कि जो लोग देश के भीतर तालिबान की भाषा बोल रहे हैं, उन पर सिर्फ रिपोर्ट ही दर्ज न हो। जरूरी है कि सभी लोगों पर सख्त कार्रवाई भी की जाए। यदि पूर्व में उन्हें कोई सम्मान भी मिला हो तो उसे भी वापस लिया जाए। क्योंकि ऐसे लोगों को निंदा की वैक्सीनेशन नहीं बल्कि सख्त कार्रवाई करते हुए एक्शन की बूस्टर डोज की आवश्यकता है। आखिर राष्ट्रवादी ताकतों का अपमान देश क्यों सहे। यह भी बड़ा सवाल है कि किस संस्कार के चलते तालिबान लोगों को पसंद आ रहा है। अपना देश, अपनी संस्कृति उन्हें नहीं पसंद आ रही है। अपनी संस्कृति को दकियानूसी करार देने में लोग कोई गुरेज नहीं करते। भाजपा नेता पंकज त्यागी ने कहा कि जो लबादा ओढ़कर लोग तालिबान की वकालत कर रहे हैं। यदि उन्हें इस देश में परेशानी है तो हम सब देश में तालिबान को नहीं फैलने देंगे। हां तालिबान के प्रेमियों और समर्थकों को जरूरत उनके पास चले जाना चाहिए। भारत सरकार को चाहिए कि सभी तालिबान प्रेमियों को अफगानिस्तान भेज दे। पंकज त्यागी ने अंत में तालिबान का समर्थन करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि सुधर जाओ अगर देश का हिंदुत्व सुधारने पर आया तो इनका इलाज बंधने में समय नहीं लगेगा।