जनसागर टुडे संवाददाता : नरेश सिंघानिया
गाजियाबाद । सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजियाबाद नेहा रूंगटा ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देश व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के आदेश के अनुपालन में जनपद न्यायाधीश / अघ्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजियाबाद जितेन्द्र कुमार सिन्हा द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में वीरवार को जिला कारागार का निरीक्षण एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। जेलर विजेन्द्र सिहं द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कुल 4167 बन्दी निरूद्ध है जिसमें 3854 पुरुष तथा महिलाएं 183 व 6 साल से नीचे की उम्र के बच्चे 7 हैं। निरीक्षण के दौरान जेलर द्वारा निम्नलिखित बिन्दुओं से अवगत कराया गया। हाई पॉवर कमेटी के तहत अभी तक 773 एवं पैरोल पर 47 बंदियों को रिहा किया जा चुका है। जनपद न्यायाधीश / अघ्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजियाबाद द्वारा जिला कारागार में तैनात लीगल एड के समस्त पुरूष सदस्यों रामकुमार, राजेश झा, वैभव, उमेश, नदीम, रूपेश, प्रभात, सतेन्द्र व माहिला सदस्यों रेनू व सावित्री से वातार्लाप की गई व उनसे विधिक जानकारी के सम्बन्ध में पूछा गया। रामकुमार व राजेश झा ने बन्दियों को दी गई विधिक सहायता के बारे में बताया। जेलर द्वारा बताया गया कि लीगल एड क्लिनिक के तहत जनवरी 2021 से मई 2021 तक 220 बन्दियों को विधिक सहायता प्रदान की जा चुकी है। अध्यक्ष द्वारा लीगल एड के सदस्यों को विधिक जानकारी के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिये गये। जेलर को निर्देशित किया गया कि वे जिला कारागार में स्थित जेल लीगल क्लिनिक पर विशेष रूप से ध्यान दे ताकि जेल में निरुद्ध बंदियों को समय से व समुचित विधिक सहायता प्राप्त हो सके।