गाजियाबाद। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उमेश यादव के निर्देश पर वीरवार को सपाइयों को तहसील स्तर पर विरोध प्रदर्शन करना था। लेकिन समाजवादी पार्टी व्यापार सभा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अजय खरखोदिया ने आरोप लगाया कि जैसे ही वे सपा कार्यकतार्ओं के साथ धरना स्थल के लिए नंद ग्राम स्थित अपने आवास से निकले, तुरंत ही मौके पर थाना क्षेत्र की पुलिस पहुंची और उन्हें जबरन नजर बंद कर दिया। अजय खरखोदिया ने आरोप लगाया उन के साथ वरिष्ठ सपा नेता नरेश बत्रा व अन्य लोगों को भी नजरबंद किया गया। उन्होंने कहा इस घटना से साबित होता है कि प्रदेश की योगी सरकार लोकतंत्र का गला घोंटने पर उतारू है। पूरे प्रदेश में हत्या लूटपाट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। समाजवादी पार्टी शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज कराने जा रही थी। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोककर विरोध करने ही नहीं दिया। इससे साफ होता है कि सरकार उत्तर प्रदेश को संभालने में असफल रही है और मात्र पुलिस के बल पर ही सिमट कर रह गई। इस दौरान उनके साथ श्रीनिवास खारी, इंद्रजीत सलूजा, अरुण शर्मा, अंकित शर्मा, विजय खटीक, दीपक अग्रवाल, दिनेश मित्तल, सद्दाम हुसैन, परवेज आलम, हेमराज कुमार व समरजीत चौहान आदि कार्यकर्ता
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