गाजियाबाद : गाजियाबाद शहर के मशहूर ईएनटी विशेषज्ञ डॉ बी पी त्यागी ने कहा कि बच्चों में मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम कोरोना होने या उससे सम्पर्क में आने से होती है । उनके क्लीनिक में गर्दन में गाँठ , बुखार , एक तरफ के टॉन्सिल का बढ़ना , गर्दन का जकड़ना जैसे लक्षणों वाले कई बच्चे आए , जिनका उन्होंने इलाज किया । बच्चों में मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम के लक्षण कोरोना संक्रमण होने पर भी हो सकते हैं और इसमें बुखार व मल्टीसिस्टम डिसफंक्शन की शिकायत होती है । संदिग्ध एमआईएस.सी वाले एक बच्चे में बैक्टीरियल टोन्सिलायटिस के सबूत के बिना रेट्रोफेरीन्जियल एडिमा पाया गया है।कि एमआईएस.सी और रेट्रोफैरेनजीज एडिमा के बीच यह संबंध मौजूद हो सकता है । एक बच्चा तीन से ज्यादा डॉक्टर का इलाज ले चुका है , लेकिन आराम नहीं है । उसको इंजेक्शन वाली मेडिसिन पर रखा गया है । लक्षण बुखार जो 24 घंटे या उससे अधिक समय तक रहता है उल्टी , दस्त , पेट में दर्द , त्वचा के लाल चकत्ते , असामान्य रूप से थकान महसूस होना , तेजी से दिल धड़कना , तेजी से साँस लेने , लाल आँखें , होंठ और जीभ की लाली या सूजन , हाथों या पैरों की लाली या सूजन , सिरदर्दए चक्कर आना या चक्कर आना , बढ़े हुए लिम्फ नोड्स , एमआईएस – सी के आपातकालीन चेतावनी संकेत गंभीर पेट दर्द सांस लेने में तकलीफ , पीली , धूसर या नीले रंग की त्वचाए होंठ या नाखून के बिस्तर कृ त्वचा की रंगत के आधार पर नई उलझन जागने या जागते रहने में असमर्थता एमआईएस.सी का सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं है , लेकिन यह कोविड 19 से संबंधित अत्यधिक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्रतीत होता है । एमआईएस.सी वाले कई बच्चों का एंटीबॉडी परीक्षण परिणाम सकारात्मक होता है । इसका मतलब है कि उन्हें हाल ही में कोविड वायरस का संक्रमण हुआ है । कुछ को वर्तमान में वायरस का संक्रमण हो सकता है । बचाव … १. कोरोना प्रोटकॉल का पालन करे २.दो साल से ऊपर वाले बच्चों को मास्क पहनाये । ३.ऊपर वाला कोई भी लक्षण मिले तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें