जनसागर टुडे संवाददाता : अर्जुन सिंह
मवाना। 8 वर्षीय निकुंज संगीत साधना का वो सजग प्रहरी है जिसने इतनी कम उम्र में ही संगीत के विभिन्न वाद्य यंत्रों पर निपुणता हासिल कर ली है। इस नन्हे कलाकार की उंगलियां कभी हारमोनियम तो कभी गिटार पर सुर छेड़ती हैं तो कभी तबले पर थाप देकर किसी को भी झूमने पर मजबूर कर देती हैं। निकुंज वाद्य यंत्रों के साथ ही शास्त्रीय गायन में भी पारंगत है। निकुंज की विलक्षण प्रतिभा देखकर लोग आश्चर्यचकित रह जाते हैं। इस बाल कलाकार को ये सारी विद्याएं अपने दादा प्रसिद्ध संगीतकार पंडित महेंद्र रावल से विरासत में मिली हैं। महेंद्र रावल संगीत की दुनिया की एक जानी मानी हस्ती हैं। जो वर्षों से विभिन्न मंचों व आयोजनों में गजलों व गीतों के माध्यम से अपनी जानदार उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। महेंद्र रावल जी को संगीत के क्षेत्र में कई पुरस्कार मिल चुके हैं साथ ही विभिन्न कला मंचों पर प्रदेश की विख्यात हस्तियों द्वारा सम्मानित किये जा चुके हैं।इसके साथ ही महेंद्र रावल संगीत कला संस्थान की स्थापना कर विभिन्न प्रतिभाओं को निखार कर संगीत के क्षेत्र में अपना असीम योगदान दे रहे हैं। इनके कई शिष्य टीवी पर प्रसारित होने वाले विभिन्न संगीत सीरियलों में भाग ले चुके हैं व कई यूट्यूब व अन्य सोशल मीडिया पर धमाल मचा मचाए हुए हैं। इन्हीं शिष्यों में एक निकुंज भी है। निकुंज यूट्यूब पर अपनी कई प्रस्तुतियां दे चुके हैं व विभिन्न मंचों पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर लोगों को मन मोह रहा हैं। निकुंज की यह लगन उसे भविष्य में संगीत के पटल पर ऊंचा मुकाम हासिल कराएगी यही उसके शुभचिंतकों की कामनाएं हैं।