शहरून उर्फ भूरी की हत्या को जामिया नगर पुलिस ने बताया आत्महत्या
नई दिल्ली। मुजफ्फरनगर की रहने वाली शहरून उर्फ भूरी की हत्या जामिया नगर बाटला हाउस में रहने वाले उनके रिश्तेदार ने अपने यहाँ बुलाकर लड़की को फंदा लगाकर जान से मार दिया। मृतक लड़की के पिता ने बताया कि मुजफ्फरनगर से बाटला हाउस जामिया नगर मुझे यह कहकर बुलाया कि आपकी बेटी शहरुन की तबीयत खराब है उसको हॉस्पिटल में भर्ती कराने के लिए आपकी आईडी की जरूरत है। लेकिन जब मृतक लड़की के पिता वहां पहुंचे तो उन पर दबाव बनाते हुए कहा कि आपकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है और पुलिस को आत्महत्या करने का बयान देने को कहा।
लड़की के पिता ने आत्महत्या नहीं हत्या बताते हुए उनकी तहरीर थाना जामिया नगर, डीसीपी साउथ ईस्ट दिल्ली, वूमेन कमीशन एवं सीपी को दिया। हत्या के दो महीने के बाद भी आरोपी के खिलाफ ना तो केस दर्ज किया है ना तो गिरफ्तार किया है। अब सवाल यह है कि मृतक पुत्री के पिता यह सब बता रहे हैं और पुलिस को भी यह सारी बातें पता है तो पुलिस उनके खिलाफ एफआईआर और उन लोगों गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है? क्या वाकई में पुलिस ने विपक्षी पार्टी से हाथ मिला कर अपनी जेब गर्म कर लिया है।
क्या कानून गरीबों को न्याय की जगह सिर्फ धक्के खिलाने के लिए ही रह गया है। मृतक लड़की के पिता का सवाल लड़की के पिता ने कहा कि अगर यह आत्महत्या है तो पुलिस को सूचना देर शाम तक क्यों दी गई क्योंकि पीएम रिपोर्ट के अनुसार मौत सुबह साढ़े आठ बजे हुई थी। जब लड़की ने आत्महत्या की है तो पैसे लेकर शांत और केस वापस लेने को क्यों कहा जा रहा है। लड़की के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जामिया नगर थाना बिक गया है इसलिए ना तो एसएचओ सतीश कुमार केस दर्ज कर रहा है ना ही हमसे मिलते हैं।