मुरादनगर :. आई0टी0एस0 डेन्टल काॅलिज, मुरादनगर मे विष्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। जिसका कार्यक्रम का विषय तंबाकू छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध था विष्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू0एच0ओ0) ने विष्व तंबाकू निषेध दिवस की शुरूआत की थी, इसके बाद पहली बार 7 अप्रैल 1988 को डब्ल्यू0एच0ओ0 की वर्षगांठ पर इसे मनाया गया और फिर हर साल 31 मई को विष्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है।
तंबाकू एक ऐसी चीज है जिसका प्रयोग आप जब शुरु करेगंे तो मौत को गले लगायेगें। विष्वस्तर पर डब्ल्यूएचओ के अनुसार तंम्बाकू के उपयोग के कारण हर साल 80 लाख मौत होती है, जो सभी मौतों का 1 प्रतिषत से अधिक है। इनमें से 165000 मौतें बच्चों की हुई है। इस साल जारी की गयी रिपोर्ट से पता चला है कि धूम्रपान न करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों में कोविड-19 जैसी घातक बीमारी होने की संभावना अधिक थी।
उत्तर प्रदेष के शीर्ष 5 राज्यों में से एक है जहां तंम्बाकू का सेवन छोटी उम्र (18 वर्ष से भी कम आयु) से ही शुरु कर देते है। हाल ही में भारत सरकार ने आॅडियों-विजुअल एड्स, हेल्थ गाइड, सिनेमाघरों मे विज्ञापन और मरीजों की कहानी के माध्यम से तंम्बाकू से सम्बन्धित मृत्यू दर और इससे उत्पन्न होने वाली बीमारियों को रोकने में विभिन्न कदम उठाये है। विष्व तंम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर आई0टी0एस0 – द एजुकेषन ग्रुप के वाईस चेयरमैन, श्री अर्पित चड्ढा ने आॅनलाइन सभा को सम्बोधित किया और कहा कि तंबाकू चबाने और धूम्रपान करने वाले रोगियों की उच्च मृत्यू दर को देखते हुए तथा इस आदत को नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम उठाना बहुत महत्वपूर्ण है तथा दंत चिकित्सक को इस क्षेत्र में उन्नति के साथ कदम मिलाकर चलना चाहिऐ और आई0टी0एस0 डेन्टल काॅलेज इसी उद्देष्य की पूर्ति के लिये इस तरह के ज्ञानवर्धक कार्यषालाओं का आयोजन करता रहेगा।
संस्थान में तंबाकू से संक्रमित रोगियों के लिए एक अच्छी तरह से सुसज्जित तंम्बाकू समाप्ति क्लीनिक की सुविधा उपलब्ध हैं। यह क्लीनिक तंबाकू से संबंधित मृत्यू दर और इसमे होने वाली बीमारियों को कम करने के लिए स्वास्थ्य हस्तक्षेप का एक प्रभावी तरीका प्रदान करता है। उत्तर प्रदेष के गुटखा बेल्ट होने के कारण मरीजों को खतरनाक आदत छोड़ने के लिए परामर्ष की आवष्यकता है।
जिससे तंम्बाकू समाप्ति क्लीनिक एक पूर्ण आवष्यकता बन जाये। इस अत्याधुनिक क्लीनिक में इंट्राओरल कैमरे, कार्बन मोनोआॅक्साइड माॅनिटर के साथ-साथ निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी की सुविधा के द्वारा रोगियों को सरल और आसान तरीकों से इस आदत को छोड़ने के लिए प्रेरित किया जाता है।
इस अवसर पर संस्था की डेन्टल ओ0पी0डी0 मे आये मरीजों को तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया। संस्थान द्वारा सोषल मीडिया अभियान का आयोजन तंबाकू के उपयोग के हानिकारक और घातक प्रभावों और सेकेंड हैंड स्मोक एक्सपोजर के बारे में जागरूकता पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस कार्यक्रम मे आये प्रसिद्ध प्रवक्ता डाॅ0 हंसा कुंडू, राज्य सलाहकार, तंबाकू नियंत्रण केन्द्र, दिल्ली, थी। जिन्होंने तंबाकू नियंत्रण पर विभिन्न व्याख्यान और कार्यषालाएं भी आयोजित की है। उन्होंने इस कार्यक्रम में तंबाकू तथा इससे संबंधित घावों, इसके शुरूआती निदान, रोकथाम और प्रबंधन प्रोटोकाॅल के दुष्प्रभावों के विषय में विस्तार से चर्चा की तांकि रोगियों को सर्वोत्तम उपचार और देखभाल प्रदान की जा सके। अंत में डाॅ0 हंसा ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए आई0टी0एस0-द एजुकेषन ग्रुप के चेयरमैन, डाॅ0 आर0पी0 चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन, श्री अर्पित चड्ढा को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया।इ
स सफल कार्यक्रम के आयोजन के लिये सभी प्रतिभागियों ने आई0टी0एस0 – द एजुकेषन ग्रुप के चेयरमैन डाॅ0 आर0पी0 चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।