गाजियाबाद ; उत्तर प्रदेश में कोरोना के कारण मरने वाले पत्रकारों के परिवारों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा जिसका गाजियाबाद श्रमजीवी पत्रकार संघ एवं पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा स्वागत करते हुए कहा गया कि हालांकि राहत राशि 10 लाख की जगह कम से कम 25 लाख रुपए होती तो अच्छा होता। वजह यह है कि जो पत्रकार कोरोना महामारी के शिकार हुए हैं, वे अपने परिवारों के मुखिया थे और उनके निधन के बाद आश्रित परिजन बेहद परेशान हैं।
गाजियाबाद के पत्रकारों द्वारा बताया गया कि अभी हाल में ही कोविड-19 के कारण वरिष्ठ पत्रकार राजू मिश्रा की मौत हो गई ! राजू मिश्रा की मौत के दौरान ही उनकी वाइफ भी कोरोना पॉज़िटिव हो गई थी ! शिवम हॉस्पिटल में हालात बिगड़ने पर उनका इलाज यशोदा हॉस्पिटल में चला, एक हफ्ता पहले राजू मिश्रा की पत्नी घर आईं है ! राजू मिश्रा ही अपने परिवार का सहारा थे इसलिए सरकार द्वारा राजू मिश्रा के परिजनों को भी आर्थिक मदद देनी चाहिए !
श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष अनुज चौधरी ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच जान जोखिम में डालकर पत्रकार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं, आप स्वयं समझ सकते हैं कि उनकी जान को कितना खतरा रहता है। कई पत्रकार साथी इस बीच अपनी जान गवां भी चुके हैं और उनके निधन के बाद उनके परिवार आर्थिक तौर पर बेहद परेशान हैं। मान्यवर, श्रमजीवी पत्रकार संघ पहले ही आपसे पत्रकारों को कोरोना योद्धा घोषित करने की मांग कर चुका है।
हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना से मरने वाले पत्रकारों को राहत राशि देने की घोषणा कर बड़ी राहत पहुंचाने का काम किया है। श्रमजीवी पत्रकार संघ इस सूचना के साथ कि गाजियाबाद जनपद में भी कई पत्रकार कोरोना के कारण मौत के आगोश में समा चुके हैं जिनमें वरिष्ठ पत्रकार राजू मिश्रा भी हैं ! अनुज चौधरी ने कहा कि राजू मिश्रा के लिए राहत राशि के सम्बंध में आपसे अनुरोध है कि राहत राशि देने में किसी प्रकार का भेदभाव न हो।
कोरोना काल में महामारी से मरने वाले प्रत्येक पत्रकार के परिवार को घोषित राहत राशि बिना किसी भेदभाव के पहुंचाई जाए। आशा है कि गाजियाबाद जिला प्रशासन से उत्तर प्रदेश शासन शीघ्र ही कोरोना से मृत्यु को प्राप्त हुए पत्रकारों का ब्यौरा एकत्र करेगा और उत्तर प्रदेश सरकार को देने का काम करेगा। जन सागर टुडे परिवार उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किए गए घोषणा की सराहना करते हुए मांग करता है कि गाजियाबाद मैं कोविड-19 वजह से हुई वरिष्ठ पत्रकार राजू मिश्रा एवं अन्य पत्रकारों को सरकार द्वारा की गई घोषणा के अनुसार आर्थिक सहायता की जाए जिससे कि उनके परिवार को आर्थिक मदद मिल सके