गौतम बुद्ध नगर : जिला कृषि रक्षा अधिकारी गौतम बुद्ध नगर डॉक्टर मनबीर सिंह ने जनपद के समस्त कृषक भाइयों का आह्वान करते हुए उन्हें जानकारी दी है कि खरीफ अभियान 2021-22 प्रारंभ हो गया है, जिसमें बीज शोधन के लिए 16 मई से 15 जून तक अभियान के रूप में बीज शोधन का कार्य कराया जा रहा है। रबी फसलों की कटाई के उपरांत गर्मी जुताई आवश्यक है, जिससे भूमि में कीट/रोग से संबंधित अंडा, लारवा, प्यूपा एवं फफूंदी, विषाणु एवं जीवाणु भूमि की सतह पर आ जाते हैं और गर्मी में नष्ट हो जाते हैं।
इससे कीट / रोग कम होने के साथ-साथ मृदा की जल धारण क्षमता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि किसान खरीफ की फसलें यथा धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, दलहन, तिलहन बुआई करें तो विभिन्न बीमारियां जैसे झुलसा, तुलासिता, कन्डुवा, राॅट सड़न, पत्ती धब्बा रोग आदि से बचने के लिए थीरम 75 प्रतिशत डब्लु0पी0 2.5 ग्राम, कार्बेंडाजिम 50 प्रतिशत डब्लु0पी0 2 ग्राम मात्रा,मेटालैक्लि 35 प्रतिशत डब्लु0 एस0 6 ग्राम का प्रयोग प्रति किलोग्राम बीज से शोधित कर बुआई करें। धान की फसल में जीवाणु झुलसा एवं जीवाणुधारी रोग के लिए स्टेप्टोमाइसीन सल्फेट 90 प्रतिशत +टेट्रासाइक्लीन हाइड्रोक्लाराइड 10 प्रतिशत, 4 ग्राम प्रति 25 किलोग्राम 10 लीटर पानी में मिला के रात भर भिगोकर रखें तथा दूसरे दिन छाया में सुखाकर उक्त धान में 2 ग्राम कार्बेंडाजिम प्रति किलोग्राम बीज को बीज शोधन कर प्रयोग करना चाहिए,
इससे बीज जनित सभी बीमारियां समाप्त हो जाती हैं। दलहनी फसलों में ट्राइकोडरमा का प्रयोग 4 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज शोधित कर बुआई करनी चाहिए करनी चाहिए, इससे दलहनी फसलों में उक्टा एवं जड़ सड़न, तना सड़न बीमारी नहीं होगी। ट्राइकोडरमा जैविक कीटनाशक का प्रयोग बीज शोधन के साथ-साथ भूमि शोधन 2.5 से 3.0 किलोग्राम ट्राइकोडरमा को 50 से 60 किलोग्राम गोबर की सड़ी हुई खाद में मिलाकर 1 सप्ताह छाया में रखने के उपरांत जुताई के समय इसका प्रयोग करना चाहिए, जिससे भूमि जनित रोगों से निजात पायी जा सकें। उन्होंने बताया कि सभी भूमि/बीज शोधन के लिये जैविक कीटनाशक 75 प्रतिशत अनुदान पर प्रत्येक विकासखंडों की कृषि रक्षा इकाइयों पर उपलब्ध है। अन्य कीट/रोगों की समस्या के निदान के लिए मोबाइल नंबर 945224711 एवं 945225711 पर व्हाट्सएप पर मैसेज कर कृषि रक्षा संबंधित समस्या का निदान 48 घंटे के अंदर अपने मोबाइल पर पा सकते हैं।