धीरेन्द्र अवाना
नोएडा। पुलिस को उस वक्त एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब थाना सैक्टर-58 पुलिस ने अवैध अंतरराष्ट्रीय कॉल एक्सचेंज का भंडाफोड़ करते हुये गिरोह के सरगना सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।गिरोह अवैध एक्सचेंज से विदेश की कॉल भारत में ट्रांसफर करा रहा था। आरोपियों के कब्जे से बड़ी मात्रा में सिम कार्ड, सिम बॉक्स , सर्वर , लैपटॉप, सीपीयू , नकदी सहित अन्य सामान बरामद हुआ है। आरोपियों की पहचान बिजनौर निवासी पुष्पेन्द्र कुमार, मुरादाबाद निवासी ओवेस आलक मलिक और गाजियाबाद निवासी पवन कुमार के रुप में हुये है। आपको बता दे कि एसीपी रजनीश वर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक थाना सैक्टर-58 अनिल राजपूत ने अपनी टीम के साथ थाना क्षेत्र के सैक्टर- 62 स्थित आईथम टावर में चल रहे अवैध अंतरराष्ट्रीय कॉल एक्सचेंज पर छापा मारकर गिरोह के सरगना सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
बताते चले कि थाना पुलिस ने टाटा मोबाइल कंपनी और दूरसंचार विभाग के साथ संयुक्त रूप से रात करीब दस बजे सेक्टर – 62 स्थित आइथम टॉवर पर छापेमारी की । पुलिस ने यहां से अवैध अंतरराष्ट्रीय कॉल एक्सचेंज चलाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया । आरोपियों के साथी मोसीन, ऋषि और संजय अभी फरार हैं। पुछताछ में आरोपी ओवेश आलम मलिक ने बताया कि वह अरब देशों सहित अन्य देशों से आने वाली ‘वॉयस कॉल को गेटवे के माध्यम से सिस्को के सर्वर और पीआरआई के जरिए लोकल कॉल में बदल देते थे। इससे सरकार को प्रतिदिन 20 से 25 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान होता था। आरोपियों ने टाटा कंपनी से डीलरशिप ली थी।
वह सिम बॉक्स का प्रयोग कर कॉल करवाते थे जिससे मोबाइल फोन की लोकेशन का पता नहीं चलता था।बताया जा रहा है कि इस एक्सचेंज के माध्यम से विदेश में रहने वाली कोई राष्ट्र विरोधी ताकत अगर किसी से संपर्क करती तो वह कॉल ट्रेस नहीं हो पाती है । एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण इंटेलीजेंस ब्यूरो भी आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि अभी तक आरोपियों ने किन-किन लोगों व देशों से भारत में कॉल ट्रांसफर की है। उन लोगों का भी पता लगाया जा रहा है, जिनके पास कॉल ट्रांसफर की गई थी।पुलिस जांच में अभी तक अरब देशों का नाम ही सामने आया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों द्वारा जम्मू कश्मीर में भी कॉल ट्रांसफर की गई हैं।