जनसागर टुडे संवाददाता: धीरेन्द्र अवाना
नोएडा। पुलिस को उस वक्त एक सफलता मिली जब थाना सैक्टर-58 पुलिस ने दिल्ली क्राइम ब्रांच अधिकारी बताकर अवैध वसूली करने वाले गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।आरोपी आमतौर पर बिना हेलमेट और मास्क ना लगाने वालों को सड़क पर रोककर उनके फोटो खींचते थे।फिर उन्हें जेल भेजने व भारी जुर्माने का चालान बनाने की धमकी देकर अवैध वसूली करते थे।आपको बता दे कि एसीपी-2 नोएडा रजनीश वर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक थाना सैक्टर-58 अनिल राजपूत ने अपनी से साथ मिलकर दिल्ली क्राइम ब्रांच अधिकारी बताकर अवैध वसूली करने दो आरोपियों को थाना क्षेत्र के लेबर चौक से गिरफ्तार किया। पुलिस को सूचना मिली थी कि दो युवक सेक्टर 58 लेबर चौक पर चेकिंग के नाम पर लोगों को रोककर उनसे अवैध वसूली कर रहे हैं।
आरोपी खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर लोगों को डरा रहे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची । पुलिस ने मौके से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान दिल्ली के महरौली चंदन कॉलोनी निवासी मोहम्मद अफसर और वाराणसी के मोहनदास पुर निवासी नीरज चौबे के रुप में हुई।पुलिस ने आरोपियों से 4520 रुपये, एक आरसी, एक इंश्योरेंस, पॉल्यूशन रजिस्ट्रेशन, दो प्रेस आईडी कार्ड, दिल्ली क्राइम ब्रांच भ्रष्टाचार विरेाधी मोर्चा आईडी सहित दो मोबाइल बरामद किए।
एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने एक पीड़ित विनोद कुमार से 20मई को महामाया फ्लाईओवर पर खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकिर साढ़े चार हजार रुपये ले लिये थे। आरोपियों ने पीड़ित के वाहन के दस्तावेज की जांच करने व जेल भेजने की धमकी देने के नाम पर 15 हजार रुपये की मांग की थी। इसके बाद साढ़े चार हजार रुपये लिये थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा के पत्रकार भी बताते थे।उसका आईकार्ड भी अपने साथ रखते हैं। इस पर बडे अक्षरों में दिल्ली क्राइम व प्रेस लिखा है। इस वजह से लोग गुमराह हो जाते हैं। यदि कोई पुलिस वाला मिल जाता है तो आरोपी खुद को पत्रकार बता देते हैं।
आरोपियों ने पीड़ित विनोद को ही लेबर चौक पर पैसे लेकर बुलाया था। तभी पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह आमतौर पर बिना हेलमेट और मास्क न लगाने वालों लोगों को अपना शिकार बनाते थे। आरोपी ऐसे लोगों को सड़क पर रोककर उनके फोटो खींचते थे। फिर उन्हें जेल भेजने व भारी जुर्माने का चालान बनाने की धमकी देकर अवैध वसूली करते थे। आरोपी क्राइम ब्रांच का नाम लिखा ही मास्क भी पहनते थे। ताकि लोगों को भरोसा हो जाए। आरोपियों ने एक महिला सहित अन्य लोगों के साथ भी ठगी की है।