जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद, राष्ट्रीय पंजाबी युवा संगठन के राष्ट्रीय महासचिव एवं शिक्षाविद व समाजसेवी सोनू बग्गा उर्फ अमित ने कहा कि आज के दौर में हम नेता मंत्री सरकार को गाली देकर अपने आत्मा को शांत कर सकते हैं। हमने ये नहीं सोचा कि कोरोना जैसे संकट काल में जो लोग दवाइयों,ऑक्सीजन सिलेंडर एवम अन्य जरूरी सामानों का जिससे मरीजों की जान बच सकती हैं।उसका स्टोरेज कर रहे हैं इस तरह के लोग कौन हैं।क्या वे आम इंसान हैं? सच बात है हम इंसान नहीं राक्षस हो चुके हैं। राक्षसों का भी एक असूल होता था, उनका भी एक ईमान होता था आज हम लोगों के पास जो भी नहीं बचा।
उसका जीता जागता उदाहरण है इंसान को जहां मौका मिला, वहां लूटने की कोशिश कर रहा है। अगर हम सब के अंदर इंसानियत जाग जाए तो ये देश, ये राज्य, ये सिस्टम सब सही हो सकता है। क्योंकि सबको चलाने वाले हम और आप हैं आज एक बार हम सबको अपने अंदर भी झांक कर देखना चाहिए की हम लोग क्या बनते जा रहे हैं। क्या हम सब इन जैसे लोगो का सामाजिक बहिष्कार नहीं कर सकते?
क्या इन जैसे राक्षसों का अंत नही कर सकते? ये लोग भी तो हमारे आपके बीच के हैं, केवल सरकार की जिम्मेदारी भर से स्थिति को नहीं सम्भाला जाता। इसके साथ-साथ वहां के नागरिकों का भी अहम योगदान होना चाहिए। हमारे अंदर ये सोच विकसित होनी चाहिए कि हम जिस जगह जिस काम को कर रहे हैं। उसको हम इतना बेहतरीन करें कि उसकी तारीफ हो अगर हम जिस कुर्सी पे बैठे हैं।
वहां से हम ऐसा न्याय करें कि लोग हमसे खुश होकर जाएं। अगर हम बाबू हैं तो हम ऐसा काम करें कि जहां एक रुपया का कोई घूसखोरी ना हो पाए। अगर हम इंजीनियर हैं तो ऐसा निर्माण करें की कई सौ साल तक वहां दराड़ तक ना आ पाए। इन्ही सोच और नेक काम के द्वारा ही हम इस राष्ट्र को विकसित कर सकते हैं और कोरोना जैसे संकट काल से उबर सकते हैं।